भुवनेश्वर: ओडिशा के कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बात पर चिंता जताई है कि टीके की एक खुराक ले चुके लोग दूसरी खुराक लेने के लिए नहीं आ रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि इसकी वजह से राज्य में टीकाकरण अभियान की गति धीमी होती जा रही है। उन्होंने बताया कि ओडिशा में अब तक 2 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है जबकि दोनों खुराक लेने वाले लोगों की संख्या महज 69.8 लाख है।
‘बार-बार कहने के बावजूद नहीं आ रहे लोग’
राज्य में कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. बिजय पाणिग्रही ने कहा, ‘अभी तक कम से कम और 28 लाख लोगों को टीके की दूसरी खुराक ले लेनी चाहिए थी। राज्य के कुछ हिस्सों खासकर जनजातीय क्षेत्रों में टीके की दूसरी खुराक लगाने की गति धीमी है।’ उन्होंने कहा कि बार-बार ताकीद करने के बावजूद लोगों ने समय पर दूसरी खुराक नहीं ली। ओडिशा की 3.9 करोड़ की पात्र आबादी में से अब तक 51.4 फीसदी को पहली खुराक लगाई जा चुकी है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्वास्थ्य क्षेत्र के पेशेवरों की इस अभियान के प्रति प्रतिबद्धता के लिए उनका आभार जताया था।
‘शनिवार को सामने आए 695 नए मामले’
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 695 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही सूबे में इस घातक वायरस से संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 10,19,621 पर पहुंच गई। अधिकारी ने बताया कि 6 संक्रमितों की मौत होने से सूबे में इस बीमारी के चलते जान गंवाने वालों की संख्या 8,128 हो गई। उन्होंने बताया कि राज्य में फिलहाल 5,876 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि 10,05,564 लोग इस संक्रमण से उबर चुके हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 1.91 करोड़ से अधिक नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है और संक्रमण दर 5.13 फीसदी है।
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