जयपुर की केंद्रीय जेल में पाकिस्तानी कैदी की हत्या, साथियों के साथ हुई थी मारपीट
जयपुर की केंद्रीय जेल में बंद एक पाकिस्तानी कैदी की कथित तौर पर हत्या कर दी गई। राज्य के महानिरीक्षक जेल रूपिंदर सिंह ने घटना की पुष्टि की है।
जयपुर: लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े और जयपुर की केंद्रीय जेल में बंद एक पाकिस्तानी कैदी की बुधवार को कथित तौर पर हत्या हो गई। पुलिस का कहना है कि कैदियों के आपसी झगड़े में इस कैदी की मौत हो गई। इस बारे में कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि जयपुर जेल में एक पाकिस्तानी कैदी की हत्या हुई है। घटना की जांच न्यायिक मजिस्ट्रेट और पुलिस द्वारा अलग-अलग की जाएगी।
जयपुर जेल में पाकिस्तान कैदी की हत्या की ये घटना ऐसे समय में हुई है जब पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। राज्य के महानिरीक्षक जेल रूपिंदर सिंह ने बताया कि पाकिस्तानी नागरिक शकरउल्ला (50) नाम का ये कैदी 2011 से जयपुर की केंद्रीय जेल में बंद था। 2017 में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। गैरकानूनी गतिविधि निरोधक (यूएपीए) कानून के तहत आजीवन कारावास की सजा काट रहा था।
उसके साथ कुछ और पाकिस्तानी कैदी भी इस जेल में बंद हैं। सियालकोट, पाकिस्तान के रहने वाले शकरउल्ला को 2011 में गिरफ्तार किया गया था। एक अन्य पुलिस अधिकारी के अनुसार जेल कोठरी में लगे टीवी की आवाज को लेकर बुधवार दोपहर लगभग एक बजे कैदी आपस में भिड़ गए। पत्थर लगने से शकरउल्ला की मौत हो गई। मामले की न्यायिक जांच करवाई जाएगी। घटना की जानकारी मिलते ही राज्य के आला पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए।
जयपुर के पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने कहा कि लश्क-ए-तैयबा से जुड़े आठ लोगों को 2011 में पंजाब से राजस्थान लाया गया था। ये लोग स्थानीय युवाओं को गुमराह करके आतंकवाद की राह पर डालने की कोशिश के आरोप में पकड़े गए थे और वहां की जेल में थे। इसी तरह के आरोपों के चलते राजस्थान एटीएस इन आरोपियों को पूछताछ के लिए यहां लाई थी।
वहीं, अब इस घटना पर पाकिस्तान ने चिंता जताते हुए भारत से जवाब मांगा है। पाकिस्तान के विदेश दफ्तर के मुताबिक, पुलवामा घटना की प्रतिक्रिया में भारतीय कैदियों ने शकरउल्ला को पीट-पीट कर मार डाला। विदेश दफ्तर ने कहा, ‘‘पाकिस्तानी कैदी के बर्बर कत्ल के बाबत मीडिया में आई खबरों पर पाकिस्तान बहुत फिक्रमंद है।’’
पाकिस्तानी विदेश दफ्तर की ओर से कहा गया कि नई दिल्ली में स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग ने भारतीय अधिकारियों के समक्ष यह मुद्दा उठाया और उनसे तत्काल खबर का सत्यापन करने की गुजारिश की और वो उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। पाकिस्तान ने भारत सरकार से भारतीय जेलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों और भारत की यात्रा करने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है।