गीता के भारत लौटने के बाद 'रमज़ान' की पाक वापसी की उम्मीद बढ़ी
नई दिल्ली: भारत की बेटी गीता अब देश लौट आई है तो वहीं भारत से अपने मुल्क पाकिस्तान वापस जाने के लिए रमजान की उम्मीदें जाग उठी हैं। पाकिस्तानी मुल्क का लड़का रमजान भी अपने
नई दिल्ली: भारत की बेटी गीता अब देश लौट आई है तो वहीं भारत से अपने मुल्क पाकिस्तान वापस जाने के लिए रमजान की उम्मीदें जाग उठी हैं। पाकिस्तानी मुल्क का लड़का रमजान भी अपने घर जाने को बेताब है, इसके लिए उसने प्रधानमंत्री मोदी से फरियाद कर देश लौटने के लिए जरूरी कदम उठाने की गुजारिश की है। रमज़ान ने कहा कि, “मैं हिंदुस्तान की सरकार से गुज़ारिश करना चाहता हूं कि मुझे मेरी मां के पास जल्द से जल्द भेजा जाए।” पीएमओ ने पाकिस्तान के इस बेटे से जुड़ी फाइलें भी मंगा ली हैं। गीता की वापसी ने रमजान का हौंसला बढ़ाया है, उसे लगने लगा है कि वो भी अपने मुल्क लौट सकेगा और अपनी मां रजिया के पास पहुंच जाएगा।
रमजान करीब दो सालों से भोपाल के 'उम्मीद' बाल गृह में है। दूसरे बच्चों की तरह उसे भी पढ़ाया-लिखाया जा रहा है। 'उम्मीद' भी ईदी फाउंडेशन की तरह रमजान की पाकिस्तान वापसी की कोशिश में लगा हुआ है।
भोपाल में बेटा.., कराची में मां
रमज़ान के मां बाप का 9 साल पहले तलाक हो चुका है। उसकी मां पाकिस्तान की रहने वाली हैं जबकि पिता बांग्लादेश के हैं। तलाक के बाद रमजान को उसके पिता अपने साथ बांग्लादेश ले गए जहां सौतेली मां ने जुल्म ढाना शुरू कर दिया। तंग आकर रमज़ान ने अपनी मां के पास जाने की ठान ली और बांग्लादेश से भागकर भारत आ गया। यहां से पाकिस्तान जाने के लिए वो कई शहरों में दर-दर भटकता रहा। अगरतला, कोलकाता, रांची होते हुए दिल्ली से भोपाल पहुंच गया।
कैसे मिली रमज़ान को मां?
फरवरी 2015 में जब रमज़ान का आधार कार्ड बन रहा था, तब चाइल्ड लाइन संस्था को पता चला कि रमज़ान पाकिस्तानी है। रमज़ान ने बताया कि वो कराची के मूसा कॉलोनी का रहने वाला है। इसके बाद इंटेलिजेंस, CID और IB को सूचना दी गई। साथ ही सोशल मीडिया के जरिए उसके घर को तलाशने की मुहिम शुरू हुई। सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के कुछ सामाजिक संगठनों ने रमज़ान के बारे में पता लगा। रमज़ान ने जो पता बताया उसी पते पर जाकर रमज़ान की मां को खोजा गया और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रमज़ान की मां से बात करवाई गई। जब उसे वापस पाकिस्तान भेजने की पहल शुरू हुई तो पता चला कि इसमें भारी दिक्कत है। भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में उसके जन्म से जुड़े कागजात न होने से वीजा की अर्जी भारत के विदेश मंत्रालय ने खारिज कर दी है।
रमजान की मां ने अपील की है कि जैसे गीता के लिए दोनों देशों ने बड़ी पहल की, ठीक वैसे ही रज़िया को भी उसके बेटे से जल्द ही दोनों देश की सरकारें मिलवाएंगी।