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Hindi News भारत राष्ट्रीय FATF की कार्रवाई से बचने के लिए पाकिस्तान की बड़ी चाल, निगरानी सूची से हटाए 4000 आतंकियों के नाम

FATF की कार्रवाई से बचने के लिए पाकिस्तान की बड़ी चाल, निगरानी सूची से हटाए 4000 आतंकियों के नाम

आतंकी फंडिंग के लिए वैश्विक निगरानी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स के द्वारा ब्लैक लिस्ट होने से बचने के लिए पाकिस्तान ने एक नई चाल चली है।

Pakistan terrorist watch list, Pakistan terrorist, Pakistan terrorist FATF- India TV Hindi पाकिस्तान भारत और दुनिया के अन्य कई हिस्सों में अपने आतंकवादियों को हमले के लिए भेजता रहा है। Facebook

नई दिल्ली/वॉशिंगटन: आतंकी फंडिंग के लिए वैश्विक निगरानी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की कार्रवाई से बचने के लिए पाकिस्तान ने एक नई चाल चली है। एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान ने अपनी निगरानी सूची से करीब 4,000 आतंकवादियों के नाम हटा दिए हैं। इस सूची से उन लोगों के नाम भी हटाए गए हैं, जो 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मुख्य साजिशकर्ता थे। पाकिस्तान भारत और दुनिया के अन्य कई हिस्सों में अपने आतंकवादियों को हमले के लिए भेजता रहा है। इस मामले में उसका पुराना इतिहास रहा है।

अभी FATF की ग्रे लिस्ट में है पाकिस्तान
आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान की संलिप्तता के चलते ही FATF ने उसे ग्रे लिस्ट में रखा है। आतंकी फंडिंग पर लगाम कसने के लिए पाकिस्तान के प्रयासों से असंतुष्ट होकर एफएटीएफ ने फरवरी में कहा था कि ग्रे लिस्ट से बाहर होने के लिए इस्लामाबाद ने 27 में से केवल 14 बिंदुओं का पालन किया। अब एफएटीएफ को जून में पाकिस्तान की प्रगति का फिर से मूल्यांकन करना है। न्यूयॉर्क स्थित स्टार्टअप 'कैस्टेलम' ने पाया है कि पिछले डेढ़ साल में बिना स्पष्टीकरण या अधिसूचना के पाकिस्तान ने 3,800 आतंकवादियों के नामों को अपनी निगरानी सूची से हटा दिया है। 

जका उर-रहमान समेत कई नाम हटाए गए
कैस्टेलम की रिपोर्ट में बताया गया है कि इमरान खान सरकार ने 9 मार्च के बाद से अपनी आतंकवादी निगरानी सूची (वॉचलिस्ट) से बिना किसी सार्वजनिक स्पष्टीकरण के लगभग 1,800 नामों को हटा दिया है। इस सूची से लश्कर-ए-तैयबा के सरगना और मुंबई हमलों के कथित मास्टरमाइंड जका उर-रहमान समेत कई बड़े आतंकियों के नाम हटाए गए हैं। FATF की एक रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 2018 में पाकिस्तान की आतंकवादी निगरानी सूची में लगभग 7,600 नाम थे। 

पाकिस्तानी अखबार ने बताई यह वजह
वहीं, 15 अप्रैल को पाकिस्तानी अखबार के एक लेख में यह बताया गया था कि सूची से नाम इसलिए हटाए गए हैं, क्योंकि उसमें 7000 से अधिक ऐसे कई नाम थे, जिसमें कई गलतियां थीं। उसमें बताया गया कि कई नाम ऐसे थे, जिनकी मौत हो गई थी या नाम में बड़ी गलतियां थीं।

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