नई दिल्ली। पाकिस्तान और वहां की इमरान खान सरकार कितनी निकम्मी और लापरवाह है, इसका अंदाजा इस खबर से लगाया जा सकता है। पाकिस्तान ने चक्रवात अम्फान से भारत और बांग्लादेश में व्यापक तबाही पर शनिवार को दुख व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि चक्रवात अम्फान बुधवार की शाम को आया था, जो पिछले दो दशक में क्षेत्र का सबसे भीषण चक्रवात था। पाकिस्तान को दुख जताने की याद तीन दिन बाद यानी शनिवार को आई।
वहीं शुक्रवार को लाहौर से कराची जा रहे पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस विमान के कराची के पास दुर्घटनाग्रस्त होने के कुछ ही देर में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, कांग्रेस नेता राहुल गांधी तक तमाम नेताओं ने दुख व्यक्त करते हुए पाकिस्तान के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी।
पाकिस्तान को यह देखकर शायद शर्म आई होगी कि उनके यहां हुई दुर्घटना पर भारत दुख जता रहा है और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहा है, जबकि उसने चक्रवात अम्फान से भारत में मची तबाही पर अपना मूहं भी नहीं खोला था। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस बात को लेकर पाकिस्तान की थू-थू न हो इसलिए पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि चक्रवात अम्फान के कारण बांग्लादेश और भारत में मौत और व्यापक क्षति पर पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तानी अवाम दुखी है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि अपने प्रियजन को खोने वाले परिवारों के प्रति हम संवेदना प्रकट करते हैं और प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से स्थिति ठीक होने की प्रार्थना करते हैं।
चक्रवात अम्फान से भारत में 85 लोगों की मौत हो गई और इससे सीधे तौर पर करीब डेढ़ करोड़ लोग प्रभावित हुए और दस लाख से अधिक घर तबाह हो गए। बांग्लादेश में चक्रवात के कारण कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और तटीय इलाकों में ढेर सारे लोग विस्थापित हो गए। वहीं पाकिस्तान में विमान दुर्घटना में 97 लोगों की जान गई है।
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