नई दिल्ली: जब पाकिस्तान में इलाज की गारंटी नहीं मिली तो महज तीन महीने के रोहान के पिता ने इलाज के लिए भारत को चुना क्योंकि रोहान के दिल में एक नहीं सात छेद थे। लेकिन भारत में मेडिकल वीजा पाना आसान नहीं था। रोहान के पिता कंवल सिद्दीकी ने इसके लिए सोशल मीडिया पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद मांगी जहां से तुरंत ही कंवल की फरियाद सुन ली गई। रोहान पाकिस्तान के लाहौर का निवासी है। वह 'डी-ट्रांसपोजीशन ऑफ ग्रेट आर्टरीज विध एबनॉरमल ऑरिजन ऑफ मेन आर्टरीज फ्रोम अपोजिट चैम्बर्स विध मल्टिपल विएसडी एंड सेवर पुल्मोनरी हाइपरटेन्शन' बीमारी थी। यह दिल की एक गम्भीर बीमारी है। साथ ही रोहन के दिल में कई छेद भी थे। रोहान के माता-पिता को भारत के जेपी हॉस्पिटल में ईलाज कराने का वीजा नहीं मिल रहा था, लेकिन भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रयासों के बाद उन्हें वीजा मिला। ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस
इसके बाद, नोएडा के जेपी हॉस्पिटल में रोहान का सफल ईलाज हो सका। मंगलवार को जेपी हॉस्पिटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रोहान के पिता कंवल सिद्दीक की आंखें भर आईं। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता भारत और पाकिस्तान में क्या दुश्मनी है, लेकिन आज मैं भारत की संवेदनशीलता की वजह से ही अपने बच्चे का समय पर इलाज करा पाया हूं। भारत में ही मेरे बच्चे को नया जीवन मिला है। मैं पाकिस्तानी जरूर हूं लेकिन भारत की दरियादिली और संवेदनशीलता पर फख्र है।
रोहान अब अपने देश जा रहा है और स्वस्थ जीवन जियेगा। कन्वल ने कहा कि उनके बेटे के शरीर में अब सुषमा स्वराज का दिल धड़केगा और हर समय भारत को याद करेगा। कंवल ने कहा, "मेरा बेटा अब भारत का है। इसके शरीर में सुषमा जी का दिल धड़क रहा है। मैं यहां मिली सुविधाओं और मेहमानवाजी से अभिभूत हूं। मेरे बेटे का नया जन्म हुआ है और इसके लिए मैं भारतवासियों को दिल से दुआ देना चाहता हूं।"
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