नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली में इस वक्त स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। राजधानी के कई कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने मीडिया को बताया कि शहर के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन पूरी तरह खत्म हो गई है। सरोज, राठी, शांति मुकुंद, तीरथ राम अस्पताल, यूके अस्पताल, जीवन अस्पताल का कहना है कि हमारे यहां ऑक्सीजन खत्म हो गई है। हम जैसे-तैसे उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर देने की कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जब केंद्र सरकार ने दिल्ली का ऑक्सीजन का आवंटन बढ़ा दिया है तो हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें इस तरह का व्यवहार क्यों कर रही हैं जैसे दिल्ली का उत्तर प्रदेश और हरियाणा से झगड़ा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के ऑक्सीजन संकट के पीछे प्रमुख कारण हरियाणा-यूपी द्वारा ऑक्सीजन के लिए 'जंगल राज' है। उनकी सरकार, अधिकारियों और पुलिस उनके ऑक्सीजन संयंत्रों से दिल्ली में आपूर्ति नहीं होने दे रहे हैं। हमारे अधिकारियों ने उनके अधिकारियों से बात की, हमने भारत सरकार से बात करने की कोशिश की लेकिन चीजें जमीन पर नहीं बदल रही हैं।
ओडिशा से विमान से ऑक्सीजन लाने के किए जा रहे हैं प्रयास- अरविंद केजरीवाल
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण ऑक्सीजन की किल्लत के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि आपूर्ति बढ़ाने के लिए ऑक्सीजन की खेप विमानों से लाने के प्रयास चल रहे हैं। केजरीवाल ने कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए दिल्ली को ऑक्सीजन का कोटा बढ़ाने को लेकर केंद्र और उच्च न्यायालय के प्रयासों की सराहना की और कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में आपूर्ति पहुंचने लगी है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली को ऑक्सीजन की बढ़ायी गयी मात्रा में से अधिकतर हिस्से की आपूर्ति ओडिशा से होनी है और सैकड़ों किलोमीटर की दूरी के कारण दिल्ली सरकार समय बचाने के लिए विमान से इसकी आपूर्ति किए जाने पर विचार कर रही है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लिए चिकित्सीय ऑक्सीजन की रोजाना की मात्रा 378 मीट्रिक टन निर्धारित थी जिसे बढ़ाकर 480 मीट्रिक टन कर दी गयी है और इसके लिए उन्होंने केंद्र का शुक्रिया अदा किया। साथ ही कहा कि अनुमान के मुताबिक दिल्ली को रोज 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है।
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