चंडीगढ़: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल लोगों के बीच सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर भ्रम पैदा करने और देश को “हिंसा की ओर” ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर हमला करते हुए उन्होंने पूछा कि आखिर अगर नागरिकता कानून इतना ही गलत लग रहा है कि संसद में जब इस पर बहस हुई तो सोनिया गांधी ने एक भी शब्द क्यों नहीं बोला।
चौहान यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उनके साथ चंडीगढ़ की भाजपा की सांसद किरण खेर और शहर में पार्टी प्रमुख संजय टंडन मौजूद थे। उन्होंने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, “वो लोगों को गुमराह कर रहे हैं। देश को हिंसा की ओर ले जाने की कोशिश की जा रही है।” उन्होंने कहा कि आजादी के तुरंत बाद महात्मा गांधी ने कहा था कि हिंदू, सिख और अन्य समुदायों के जो लोग पाकिस्तान में नहीं रहना चाहते हैं, वे भारत आ सकते हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना तथा उन्हें रोजगार देना सरकार की जिम्मेदारी होगी।
उन्होंने कहा, “जो अल्पसंख्यक धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं, उन्हें अगर नागरिकता दी जाती है और हमारी संसद ने कानून पास किया है, तो मैं सोनिया जी से पूछना चाहता हूं कि वो (कांग्रेस) विरोध क्यों कर रहे हैं।” चौहान ने कहा, “मैं राहूल गांधी की बात नहीं कर रहा हूं क्योंकि वह भारत के मुकाबले विदेश में अधिक रहते हैं। लेकिन सोनिया जी ऐसे लोगों का दर्द और दुख क्यों नहीं महसूस करतीं। संसद में जब इस पर बहस हुई तो सोनिया गांधी मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून पर एक भी शब्द क्यों नहीं बोला।”
उन्होंने आगे कहा, “लेकिन उन्होंने राजघाट पर धरना दिया।” चौहान ने सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर सोनिया गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए।
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