भोपाल: मध्यप्रदेश में कर्ज से परेशान और एक किसान ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली है, जिसके बाद मध्यप्रदेश में पिछले एक पखवाडे में आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। पुलिस से मिली ताजा रिपोर्ट के अनुसार, छतरपुर जिले के बीजापुर पुलिस थानांतर्गत पाली गांव के किसान रघुवीर यादव (27) ने जहर खाकर खुदकुशी की है। रघुवीर ने 21 जून को जहर खाया और उसे बेहतर उपचार हेतु छतरपुर जिला अस्पताल से ग्वालियर ले जाया जा रहा था, लेकिन उसने रास्ते में ही कल शाम दम तोड़ दिया।
हालांकि, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस एस पी दोहरे ने दावा किया कि रघुवीर ने पारिवारिक विवाद के कारण आत्महत्या की है। दोहरे ने कहा कि कुछ दिन पहले रघुवीर के पिताजी देशपत यादव ने अपने बेटों रघुवीर एवं मुंशी यादव के खिलाफ परेशान करने की शिकायत दर्ज की थी। इस परिवार में संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद था। वहीं, दूसरी ओर रघुवीर के बडे भाई मुंशी यादव ने कहा कि मेरा भाई कर्ज के कारण तनाव में था और इसी के चलते उसने आत्महत्या की है। उसने परिवार में कोई विवाद होने से इंकार किया है।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के किसान अपनी उपज के वाजिब दाम और कर्ज माफी सहित 20 मांगों को लेकर एक जून से 10 जून तक आंदोलन पर थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश में हिंसा, आगजनी, तोडफोड एवं लूटपाट की घटनाएं हुईं।
मंदसौर जिले में 6 मई को किसान आंदोलन के दौरान पुलिस गोलीबारी में पांच किसानों के मारे जाने के बाद प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हित में कई घोषणाएं करने के बावजूद भी इन 22 किसानों ने खुदकुशी की।
पिछले 24 घंटों में इस एक किसान द्वारा खुदकुशी करने से पहले आठ जून से लेकर 22 जून तक 20 अन्य किसानों ने भी मध्यप्रदेश के सीहोर, होशंगाबाद, विदिशा, रायसेन, बालाघाट, बडवानी, छतरपुर, सागर, छिन्दवाडा, धार एवं शिवपुरी जिलों में कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या की है।
सीहोर जिला, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला है और इसमें आठ जून से लेकर अब तक प्रदेश में सबसे ज्यादा छह किसानों ने आत्महत्या की है।
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