नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) के तहत हिरासत में रखे जाने को उनकी बहन सारा पायलट ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। सारा पायलट ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर उमर अब्दुल्ला की रिहाई की मांग की है। उमर अब्दुल्ला को लगभग 6 महीने से PSA के तहत हिरासत में रखा गया है, केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से जब धारा 370 हटाए जाने की घोषणा की थी तो उसी समय उमर अब्दुल्ला सहित राज्य के कई नेताओं को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया था, कुछेक नेताओं को छोड़ अधिकतर नेताओं की अब रिहाई हो चुकी है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने शुक्रवार को पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, महासचिव अली मुहम्मद सागर और अन्य लोगों पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि यह कदम केंद्र की मनमानी का स्पष्ट उदाहरण है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की छह महीने की ''ऐहतियातन हिरासत'' पूरी होने से महज कुछ घंटे पहले बृहस्पतिवार को उनके खिलाफ जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया गया। बृहस्पतिवार को ही दिन में नेशनल कॉन्फ्रेंस के महासचिव तथा पूर्व मंत्री अली मोहम्मद सागर और पीडीपी के वरिष्ठ नेता सरताज मदनी पर भी पीएसए लगाया गया।
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