भुवनेश्वर: ओडिशा में कोविड-19 से 63 और मौतों के कारण राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 4,662 हो गई, जबकि दैनिक मामलों की संख्या लगभग तीन महीनों में पहली बार 2,000 के आंकड़े से नीचे आई है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के सभी 30 जिलों से कोरोना वायरस के 1,993 नए मामले आने के साथ संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 9,41,745 हो गए। अधिकारी ने बताया कि ओडिशा में अब 24,567 मरीजों का इलाज चल रहा है और 2,824 और मरीजों के ठीक होने के साथ ही कुल 9,12,463 मरीज अब तक इस बीमारी से उबर चुके हैं।
अधिकारी ने बताया कि राज्य के खुर्दा जिले में कोरोना वायरस के सबसे अधिक 322 नए मामले सामने आए। अधिकारी ने बताया कि राज्य में अब तक 1.46 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की गई है। पिछले 24 घंटों में 72,754 जांच हुई हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला है कि ओडिशा में संक्रमण दर 6.43 प्रतिशत है।
वहीं, पुरी में ढोल, मंजीरे और शंख की ध्वनि तथा हरि बोल के उद्घोष के साथ भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की वार्षिक रथयात्रा की शुरुआत हुई। इस दौरान कोविड-19 के नियमों का कड़ाई से पालन किया गया और पूरे शहर में कर्फ्यू लागू रहा। बारहवीं शताब्दी के मंदिर के इतिहास में लगातार दूसरे साल और दूसरी बार ऐसा हुआ जब रथयात्रा में आमजन शामिल नहीं हो सके।
मंदिर के सामने तीन किलोमीटर तक ग्रैंड रोड सूनी पड़ी थी और केवल कुछ चुनिंदा पुजारी तथा पुलिसकर्मियों को ही उपस्थित रहने की अनुमति थी। पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने बताया कि केवल उन्हीं सेवादारों, पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को उत्सव में भाग लेने की अनुमति थी जिनकी कोविड-19 जांच निगेटिव थी। उन्होंने कहा कि सड़कों या घर की छतों पर एकत्र होने की मनाही थी। वर्मा ने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य के हित को देखते हुए कर्फ्यू लगाया गया है।
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