भुवनेश्वर: ओडिशा में कोविड-19 के 879 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 3,45,526 हो गई। इस साल राज्य में एक दिन में सामने आए ये सर्वाधिक मामले हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नए मामलों में से 518 मामले पृथक केन्द्रों से और 361 मामले संक्रमितों के सम्पर्क में आए लोगों की पहचान के क्रम में सामने आए। उन्होंने बताया कि राज्य में खुर्दा जिले में 144, सुंदरगढ़ में 131, नौपाड़ा में 61, बरगढ़ में 53 और कटक में 50 नए मामले सामने आए। कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिला अधिकारियों से कोविड देखभाल केन्द्रों तथा अस्पतालों में बुनियादी ढांचे मजबूत करने को कहा है।
अधिकारी ने बताया कि ओडिशा में 4888 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जबकि आज से ठीक एक माह पहले, आठ मार्च को उपचाराधीन मामले केवल 665 थे। राज्य में अभी तक 3,38,662 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत का कोई नया मामला सामने नहीं आया और मृतक संख्या 1,923 बनी हुई है। वहीं, कोविड-19 के 53 मरीजों की मौत अन्य बीमारियों की वजह से हुई है। राज्य में अभी तक 92.75 लाख से अधिक नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है। यहां नमूनों के संक्रमित पाए जाने की दर 3.73 प्रतिशत है।
वहीं ओडिशा के स्कूल और शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर, नौवीं और 11वीं के छात्रों के लिए कक्षा में उपस्थित होकर पढ़ाई करने पर आठ से 30 अप्रैल तक के लिए रोक लगा दी है। आदेश में कहा गया है कि इन दोनों कक्षाओं के जो छात्र छात्रावास में रहते हैं उन्हें तत्काल घर जाने की अनुमति दी जाती है। पुरी में जिला प्रशासन ने तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर पांच राज्यों के पर्यटकों के कोरोना वायरस निगेटिव प्रमाणपत्र दिखाना अनिवार्य कर दिया है।
इस जिले में ही श्री जगन्नाथ मंदिर है जहां लाखों पर्यटक आते हैं। पुरी जिला प्रशासन ने एक समीक्षा बैठक में तय किया कि इस तीर्थनगरी में पहुंचने वाले लोगों को रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैंडों पर आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने कहा कि टीके की दो खुराक लेने का प्रमाणपत्र पेश करना भी स्वीकार कर लिया जाएगा। यह शर्त महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब और केरल के आंगुतकों पर लगाया गया है।
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