भुवनेश्वर: ओडिशा में कोरोना वायरस के 543 नए मामलों की पुष्टि होने के साथ यहां सक्रिय मामलों की संख्या 14,000 के पार पहुंच गई है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने इसकी सूचना दी। गंजाम, भुवनेश्वर, खोर्धा और कटक से चार और मौतों के बाद यहां मौत का कुल आंकड़ा बढ़कर 74 हो गया है। विभाग ने कहा, कटक से एक 71 वर्षीय वृद्ध, खोर्धा से एक 40 वर्षीय महिला, भुवनेश्वर से एक 71 वर्षीय वृद्ध और गंजाम से 80 वर्षीय एक वृद्ध की इस वायरस की चपेट में आने से मौत हो गई है।
विभाग ने आगे बताया, सुंदरगढ़ से 15 माह का एक बच्चा भी कोरोना पॉजिटिव था, जिसका जीएम 1 गांग्लियोसिडोसिस की वजह से निधन हो गया है। 543 नए मामलों में से 354 की पुष्टि क्वॉरंटाइन सेंटर से हुई है, जबकि 189 स्थानीय निवासी हैं। ओडिशा में मामलों की कुल संख्या 14,280 है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4,929 हो गई, जबकि 9,255 व्यक्ति अब तक ठीक हो चुके हैं।
इस बीच ओडिशा सरकार ने मामूली या बिना किसी लक्षण वाले कोरोना वायरस मरीजों को घरों में पृथक-वास में रहने की अनुमति दे दी है। इसके साथ ही सरकार ने उद्योग जगत, केंद्रीय एजेंसियों तथा सार्वजनिक उपक्रमों को ऐसे मरीजों के इलाज के लिए छोटी इकाइयां स्थापित करने का आग्रह किया क्योंकि राज्य में मामले बढ़ रहे हैं।
राज्य के मुख्य सचिव ए के त्रिपाठी ने कहा कि अगर मामूली लक्षण वाले मरीज घरों में पृथकवास में रहें तो मौजूदा संसाधनों का समुचित उपयोग किया जा सकता है। वैसी स्थिति में कोविड अस्पतालों में बिस्तर गंभीर रोगियों के लिए उपलब्ध हो सकते हैं।
त्रिपाठी ने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि सरकार ने अपनी रणनीति बदलते हुए फैसला किया है कि शहरी इलाकों में बिना लक्षण वाले कोविड-19 मरीजों को घरों में पृथकवास में रहने की अनुमति दी जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि घर पर रहने से तनाव को कम करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि एक सर्वेक्षण से यह भी पता चलता है कि मामूली लक्षणों वाले रोगी घर में पृथकवास में तेजी से ठीक हो सकते हैं।
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