नई दिल्ली: नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों में आंधी-तूफान और भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मणिपुर, मिजोरम और असम में भारी बारिश के बाद कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। मिजोरम में सबसे बुरा हाल है। यहां की राजधानी आइजोल को जोड़ने वाली कई सड़कें टूट गई हैं। लेंगपुई एयरपोर्ट की तरफ जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 54 मिट्टी में धंसने की वजह से बंद हो गया है। आंधी-तूफान में जगह-जगह पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, थाउबॉल और बिशनपुर जिलों के निचले इलाकों में पानी भर गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी सरकारी कार्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थानों में आज छुट्टी घोषित कर दी थी। शिक्षा निदेशालय (स्कूल) ने जिरिबाम जिले को छोड़कर पूरी इंफाल घाटी में सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों में आज और कल के लिए अवकाश की घोषणा की है। वैसे आज सुबह बारिश थम गयी लेकिन मौसम विभाग ने 15 जून तक वर्षा होने का अनुमान लगाया है।
थाउबॉल जिले में कम से कम सौ मकानों में उफनती थाउबॉल नदी का पानी घुस गया। ऐसे में लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली। अधिकारियों के अनुसार राजधानी इंफाल के मिनुथोंग में इंफाल नदी अधिकतम बाढ़ स्तर पर बह रही है। इरिलबुंग और लिलोंग नदियां भी खतरे के निशान पर बह रही हैं। मिजोरम में अपदा प्रबंधन विभाग बड़े स्तर पर राहत और बचाव के काम जुटा हुआ है। लुंगलेई जिले में फंसे 150 परिवारों को अब तक सुरक्षित निकाला जा चुका है। बताया जा रहा है कि अभी भी सकड़ों लोग पानी में फंसे हुए हैं।
फिलहाल पूर्वोत्तर को बारिश से राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है। मौसम विभाग ने मिजोरम को अलर्ट जरी करते हुए 15 जून तक राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई है। बारिश से निचले इलाकों में हालाता बिगड़ सकते हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र तट से दूर रहने के लिए कहा है।
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