जम्मू में हालात में सुधार, कर्फ्यू में ढील, जन-जीवन सामान्य
जम्मू में हालात में सुधार के बाद बुधवार को पूरे शहर में कर्फ्यू में ढील दी गई। हालांकि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा लागू रहेगी।
जम्मू: जम्मू में हालात में सुधार के बाद बुधवार को पूरे शहर में कर्फ्यू में ढील दी गई। हालांकि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए निषेधाज्ञा लागू रहेगी। यहां पिछले शुक्रवार को कर्फ्यू लगाया गया था। जिलाधिकारी रमेश कुमार ने शुरू में पूरे शहर में सुबह आठ बजे से 11 बजे तक कर्फ्यू में ढील के आदेश दिए थे और कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं होने पर इसे शाम साढ़े सात बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया।
पुलिसकर्मी बुधवार सुबह शहर में कर्फ्यू में ढील की घोषणा करते दिखे और लोगों से अपना सामान्य कामकाज शुरू करने को कहा। शाम में संवाददाताओं से बातचीत में कुमार ने कहा, ‘‘पूरे शहर में कर्फ्यू में ढील दी गई है और उस दौरान सबकुछ शांतिपूर्ण रहा। हालांकि एहतियात के तौर पर रात में कर्फ्यू जारी रहेगा।’’ गुरुवार को भी कर्फ्यू में ढील जारी रहेगी लेकिन समय की घोषणा सुबह सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद होगी। उन्होंने बताया कि गुरुवार को सभी सरकारी और निजी स्कूल खुलेंगे, परीक्षाएं भी तय कार्यक्रम के अनुसार होंगी। हालांकि, सभी जिलों के सभी कॉलेज बंद रहेंगे। उन्होंने कहा कि बुधवार रात से 2जी इंटरनेट सेवा बहाल कर दी जाएगी।
गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकवादी हमले के विरोध में पाकिस्तान विरोधी व्यापक प्रदर्शनों तथा हिंसा की घटनाओं को देखते हुए पिछले शुक्रवार को पूरे जम्मू शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था। बुधवार को दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले। कर्फ्यू में ढील दिए जाने पर लोग रोजमर्रा की चीजें लेने घरों से बाहर निकले।
कुछ स्थानों पर लोगों ने सब्जी, दूध तथा राशन की कमी की शिकायत की और मांग की कि एटीएम तत्काल चालू किए जाएं क्योंकि उनमें नकदी नहीं है। कुमार ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर पूरे शहर में धारा 144 लागू रहेगी। इस बीच उत्तर सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने बुधवार को कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि लेफ्टिनेंट जनरल सिंह दो दिन की यात्रा पर बुधवार को श्रीनगर पहुंचे। मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडरों के मारे जाने के दो दिन बाद वह यहां पहुंचे हैं।