नागपुर: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि देश के अंदर विविधता में एकता नहीं है, एकता मे विविधता है। इस विविधता को स्वीकारो। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि देश के वातावरण से घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होनें कहा कि उकसाने का काम राजनीति करती है, हमने अंग्रेजों के काल से देखा है।
मोहन भागवत ने कहा कि धर्म का पुजा से सम्बंध नही, वो संस्कृति के व्यवहार का छोटा अंग है। उन्होनें कहा कि इंसान धर्म को छोडता है तो अनर्थ होता है, धर्म जीवन को जोडता है, किसी को बिखरने नही देता।
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