नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा गठित एक समिति ने कहा है कि फिलहाल इस बात का कोई साक्ष्य नहीं है कि खाद्य सामग्री से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता है। जवाब में यह भी बताया गया कि कोविड-19 प्रभावित देशों से भारत में आयातित खाद्य सामग्री मनुष्य के सेवन के लिए सुरक्षित है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि फिलहाल खाद्य सामग्री से कोरोना वायरस के संक्रमण का कोई साक्ष्य नहीं है।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने संसद में एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि यदि कोविड-19 वैक्सीन का परीक्षण सफल होता है तो एक प्रभावी टीका 2021 की पहली तिमाही के अंत में उपलब्ध हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि अभीतक किसी भी वैक्सनी निर्माता के साथ सरकार ने कोई एडवांस खरीद समझौता नहीं किया है।
वहीं दूसरी ओर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि आयुष चिकित्सा प्रणाली कोविड-19 के प्रबंधन में उपयोगी है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि आयुष की संबंधित चिकित्सा प्रणालियों के प्रेक्टिशनर्स के लिए दिशा-निर्देश तैयार किए गए हैं, जिन पर आयुष मंत्रालय के अनुसंधान और विकास कार्यबल ने मुहर लगाई है।
उन्होंने कहा कि आयुष संजीवनी मोबाइल एप भी मंत्रालय की ओर से जारी किया गया ताकि कोविड-19 की रोकथाम के लिए जनता के बीच आयुष संबंधी उपायों को लेकर आंकड़े जुटाये जा सकें।
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