पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि वे लोकसभा सीटों को लिए होनेवाले उपचुनाव के साथ बिहार और यूपी में भी चुनाव करवा लें। फिर जो परिणाम आएगा उससे सबकुछ साफ हो जाएगा कि जनता का मिजाज क्या है। यूपी के डि्प्टी सीएम केशव मौर्य ने कल कहा था कि अगर नीतीश कुमार को अपने विकास के कामों पर इतना ही भरोसा है तो वे बिहार विधानसभा को भंग कर चुनाव मैदान में उतरें।
नीतीश कुमार ने कहा, 'अगर आपमें हिम्मत हो तो यूपी बिहार का चुनाव एक-साथ कराइए। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। अगर आप चाहें तो मैं तो कल ही चुनाव के लिए तैयार हूं।' नीतीश कुमार ने कहा, 'मैं तैयार हूं, लेकिन यह यूपी विधानसभा चुनाव के साथ होना चाहिए। बिहार और उत्तर प्रदेश में एक साथ चुनाव कराए जाएं।' एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने ये बातें कही।
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार और यूपी के एनडीए से जुड़े जितने भी लोकसभा सांसद हैं सभी तो इस्तीफा दे देना चाहिए और इन सीटों पर उपचुनाव कराए जाने चाहिए। केंद्र में तीन साल पूरे करनेवाली एनडीए ने यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान 325 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल की लेकिन 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में इसे मुंह की खानी पड़ी थी।
वहीं राष्ट्रपति चुनाव के बारे में पूछे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि हम बीजेपी के फैसले का इंतजार कर रहे हैं कि वो सर्वसम्मति से उम्मीदवार के नाम का ऐलान करे। अगर ऐसा नहीं होता है तो फिर विपक्ष की ये ड्यूटी बनती है कि वह अपना उम्मीदवार तय करे। नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र को इस मामले में पहल करनी चाहिए।
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