नई दिल्ली: रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बुधवार को भारतीय नौसेना की जहाजों के लिए स्वदेशी सोनार खरीदने और मिसाइल खरीदने के लिए 200 करोड़ रुपये मूल्य की एक परियोजना को मंजूरी दे दी। सीतारमण के रक्षामंत्री बनने के बाद परिषद की यह पहली बैठक थी। मंत्री ने हर पखवाड़े डीएसी की बैठक आयोजित करने का फैसला किया है। डीएसी रक्षा अधिग्रहण का निर्णय लेने वाली मंत्रालय की सर्वोच्च संस्था है।
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि डीएसी ने बुधवार को भारतीय नौसेना के लिए उन्नत सोनार खरीदने की जरूरत को मंजूरी दी।इन सोनार को डीआरडीओ और नवल फिजिकल व ओसेनोग्राफिक लैबोरेटरी ने घरेलू स्तर पर डिजाइन व विकसित किया है।
मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है, "इससे नौसेना की पनडुब्बी रोधी युद्धक क्षमताओं को विशेष रूप से बढ़ावा मिलेगा।"डीएसी ने नौसेना के लिए मिसाइलों की खरीद को भी मंजूरी दी। सीतारमण ने मुख्य अधिग्रहण योजनाओं की समीक्षा की और योजनाओं की सावधानीपूर्वक निगरानी करने और उन्हें निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया।
Latest India News