नई दिल्ली: पुलवामा में आतंकवादी हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हमला स्थल से एक कनस्तर बरामद होने का दावा किया है, जिसमें लगभग 25-30 किलोग्राम आरडीएक्स भरे होने का अनुमान है। अधिकारियों के मुताबिक, कनस्तर को उस वाहन में रखा गया था, जिसका इस्तेमाल हमले में किया गया था।
जांच से जुड़े एक सूत्र ने एजेंसी को बताया कि वह हमले के अगले दिन 15 फरवरी को हमला स्थल पर गया था। उसे वहां आरडीएक्स वाला एक कनस्तर मिला। हमला केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर किया गया था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।
सूत्र ने कहा, "कनस्तर के आकार से प्रतीत होता है कि उसमें लगभग 25-30 किलोग्राम आरडीएक्स भरा रहा होगा। उड़ाए जाने से पहले कनस्तर को कार के अंदर रखा गया होगा।"
यह पूछे जाने पर कि क्या कनस्तर में जितना आरडीएक्स भरे होने का अनुमान है, विस्फोट में उतना ही इस्तेमाल किया गया? अधिकारी ने कहा कि इस बारे में टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, "हम पता लगाने में जुटे हैं कि हमले में वास्तव में कितने आरडीएक्स व अन्य विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया।"
यह खुलासा उस मारुति इको वाहन की पहचान किए जाने के अगले दिन किया गया है, जिसका इस्तेमाल आत्मघाती हमले में किया गया। इस वाहन को वर्ष 2011 से लेकर अबतक सात बार बेचा जा चुका है।
आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार द्वारा इस्तेमाल किए गए वाहन के अवशेष हमला स्थल पर पाए जाने के बाद एनआईए ने फॉरेंसिक और ऑटो मोबाइल विशेषज्ञों की मदद से मारुति इको वाहन के विवरण हासिल किए हैं।
एनआईए ने जिस वाहन की पहचान की है, उसे जैश-ए-मोहम्मद के संदिग्ध सज्जाद भट द्वारा हमले से महज 10 दिनों पहले चार फरवरी को खरीदा गया था। सज्जाद अनंतनाग जिले का रहनेवाला है।
एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक, भट जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां इलाके स्थित जिराज-उल-उलूम का छात्र था। कहा जाता है कि वह बाद में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गया।
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