गिरफ्तार युवाओं में इंजीनियरिंग छात्र से लेकर वेल्डर तक शामिल, लड़की की भी पहचान हुई
एनआईए ने जो बम बनाने का वीडियो दिखाया था उसमें जिस लड़की की आवाज थी उसकी पहचान हो गई है।
नयी दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को आईएसआईएस से प्रेरित एक संदिग्ध आतंकी संगठन का पर्दाफाश करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों पर राजनीतिक हस्तियों और दिल्ली तथा उत्तर भारत में सरकारी प्रतिष्ठानों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर हमले की योजना बनाने का आरोप है। एनआईए ने जो बम बनाने का वीडियो दिखाया था उसमें जिस लड़की की आवाज थी उसकी पहचान हो गई है। लड़की जाफराबाद से गिरफ्तार एक लड़के की करीबी दोस्त है। वो जामिया के जाकिर नगर में रहती है। फिलहाल एनआईए ने उसे गिरफ्तार नहीं किया है।
एनआईए ने आरोप लगाया है कि समूह में 20-35 आयु वर्ग के युवा शामिल हैं और वे मध्यम आय वर्ग के परिवारों के हैं तथा अमरोहा के एक मुफ्ती ने उन्हें कट्टरपंथ की ओर उकसाया है जो कथित तौर पर मास्टरमाइंड और ‘‘हरकत-उल-हरब-ए-इस्लाम’’ का संस्थापक है। ‘‘हरकत-उल-हरब-ए-इस्लाम’’ का अनुवाद ‘‘इस्लाम के कारण के लिए युद्ध’’ होता है।
एनआईए के आईजी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 20 से 35 वर्ष के बीच के युवाओं के एक ‘‘बेहद चरमपंथी संगठन’’ के सदस्यों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड अभी तक सामने नहीं आया है और यह अपना वित्त पोषण स्वयं कर रहे थे। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में कथित मास्टर माइंड 29 वर्षीय मुफ्ती मोहम्मद सुहैल भी शामिल है। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा का रहने वाला है। इसके अलावा नोएडा के एक निजी विश्वविद्यालय में पढ़ने वाला इंजीनियरिंग का छात्र, दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक के तीसरे वर्ष का छात्र और दो वेल्डर भी गिरफ्तार किए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इसकी पुष्टि हो गई है कि मुफ्ती मोहम्मद सुहैल उर्फ हजरत और उसके सहयोगियों ने धन एकत्र किया, हथियार खरीदे, और आईईडी तथा बम बनाने के लिए सामग्री खरीदी। उनकी योजना दिल्ली और आसपास के इलाकों तथा भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में विस्फोट और फिदायीन हमले करने की थी।’