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Hindi News भारत राष्ट्रीय टेरर फंडिंग: नामी-गिरामी कारोबारी और गिलानी का करीबी जहूर वटाली गिरफ्तार

टेरर फंडिंग: नामी-गिरामी कारोबारी और गिलानी का करीबी जहूर वटाली गिरफ्तार

पुलिस के मुताबिक वटाली को शुक्रवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा। एनआईए ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा, सर्च में जो दस्तावेज मिले हैं उसमें वटाली के विदेशी फंडिंग की रसीदें मिली हैं, इस फंड को भारत विरोधी कामों के लिए आतंकवादि

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नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवाद वित्तपोषण के आरोप में कश्मीर के नामी-गिरामी कारोबारी और वरिष्ठ अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के करीबी जहूर वटाली को गिरफ्तार कर लिया है। वटाली को एनआईए ने श्रीनगर से गिरफ्तार किया। एक दिन पहले ही एनआईए ने कश्मीर घाटी में वटाली के कार्यालय और घर के अलावा उसके रिश्तेदारों के घरों सहित कई जगहों पर छापेमारी की थी। ये भी पढ़ें: अमेरिका में बना सबसे बड़ा हिंदू मंदिर? जानिए दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिर का सच

पुलिस के मुताबिक वटाली को शुक्रवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा। एनआईए ने एक स्टेटमेंट जारी करते हुए कहा, सर्च में जो दस्तावेज मिले हैं उसमें वटाली के विदेशी फंडिंग की रसीदें मिली हैं, इस फंड को भारत विरोधी कामों के लिए आतंकवादियों और अलगाववादियों को दिया जाना था। बुधवार को श्रीनगर, हंदवाड़ा, कुपवाड़ा और बारामुल्ला में वटाली के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई।

वटाली कश्मीर के सबसे अहम बिजनेसमैन में से एक है। उसके कई राजनेताओं और अलगाववादियों से अच्छे संबंध हैं। वटाली को हुर्रियत का फायनेंसर माना जाता है। वटाली के ठिकानों पर पहली बार 3 जून को छापेमारी की गई थी।

इसमें टेरर फंडिंग से जुड़े कुछ दस्तावेज मिले थे। इसके बाद से ही वटाली एनआईए के रडार पर चल रहा था। एनआईए का दावा है वटाली के जरिए ही कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए आतंकियों, पत्थरबाजों और अलगाववादियों को फंडिंग की जा रही थी।

वटाली को 1990 में में पहली बार कुछ एंटी नेशनल लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद वो 8 महीने जेल में भी रहा था।2009 में उस पर गैरकानूनी अतिक्रमण और मारपीट का केस भी दर्ज हुआ था।

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