बेंगलुरु: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बेंगलुरु आधारित आईएसआईएस मॉड्यूल के दो संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए सीरिया की यात्रा के लिए उन्हें धन मुहैया कराने में कथित तौर पर शामिल थे। एनआईए के अधिकारियों ने तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले के निवासी अब्दुल कादिर (40) और यहाँ के फ्रेजर इलाके के इरफान नासिर (33) को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
इस कार्रवाई से कुछ ही हफ्ते पहले एजेंसी ने यहां एक डॉक्टर को गिरफ्तार कर आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। जांच के सिलसिले में अधिकारियों ने गुरप्पन पाल्या और फ्रेजर शहर में कादिर और नासिर के ठिकानों पर तलाशी ली और उनके कब्जे से संदिग्ध सामग्री और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए।
एनआईए ने एक बयान में कहा कि कादिर चेन्नई में एक बैंक में एक व्यापार विश्लेषक है, जबकि नासिर यहां चावल व्यापारी है। दोनों को यहां विशेष एनआईए अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने पूछताछ के लिए एजेंसी को उसकी 10 दिन की हिरासत दे दी। एजेंसी ने कहा कि 19 सितंबर को एक मामले की जांच के दौरान, बेंगलुरु स्थित आईएसआईएस मॉड्यूल के बारे में कुछ संदिग्ध तथ्य सामने आए। बेंगलुरु में एक डॉक्टर की गिरफ्तारी से इस बात को बल मिला।
एनआईए ने बताया कि उसकी जांच के दौरान, आईएसआईएस में शामिल होने के लिए 2013-14 में सीरिया की यात्रा करने वालों के नाम सामने आए। एजेंसी ने कहा, ‘‘आगे की जांच में एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ, जिसमें यह पता चला कि कादिर, नासिर और उसके सहयोगी हिज़्ब-उत-तहरीर के सदस्य हैं।’’
एनआईए ने कहा, ‘‘उन्होंने 'कुरान सर्किल' नामक एक समूह का गठन किया, जिसने बेंगलुरु में भोले-भाले मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाया और आईएसआईएस के आतंकवादियों की सहायता करने के लिए सीरिया में संघर्ष क्षेत्र में उसकी यात्रा की फंडिंग की। एनआईए ने कहा, "बड़ी साजिश का खुलासा करने के लिए मामले में आगे की जांच जारी है।"
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