नई दिल्ली. पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर पिछले साल फरवरी में हुए आतंकवादी हमले के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बृहस्पतिवार को और एक आरोपी को गिरफ्तार किया। हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के बडगाम निवासी मोहम्मद इकबाल राथेर (25) ने अप्रैल, 2018 में घुसपैठ कर जम्मू क्षेत्र में पहुंचे जैश-ए- मोहम्मद के आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक की आवाजाही में कथित रूप से मदद की थी।
फारूक पाकिस्तान से गतिविधियां चलाने वाले आतंकवादी संगठन का सदस्य और पुलवामा हमले का मुख्य सरगना है। उन्होंने बताया कि पुलवामा हमले में उपयोग के लिए फारूक ने अन्य लोगों के साथ मिलकर आईईडी तैयार किए थे। अधिकारी ने बताया कि संदेश भेजने के सुरक्षित माध्यमों के जरिए राथेर लगातार पाकिस्तान में जैश के संपर्क में था। उन्होंने बताया कि एनआईए ने पुलवामा हमले के सिलसिले में अभी तक छह लोग को गिरफ्तार किया है।
अधिकारी ने बताया कि जैश के ‘परिवहन मॉड्यूल (शाखा)’ जुड़ा राथेर जैश-ए-मोहम्मद से संबंधित एक अन्य मामले में सितंबर, 2018 से ही न्यायिक हिरासत में जेल में बंद है। इस मामले की जांच भी एनआईए कर रही है। उन्होंने बताया कि जेल अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को राथेर को विशेष एनआईए अदालत के समक्ष पेश किया।
अदालत ने उसे पूछताछ के लिए सात दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया। एनआई ने पुलवामा हमले के लिए आईईडी बनाने में प्रयुक्त रसायनों की ऑनलाइन खरीदी करने वाले दो लोगों को मार्च में गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने मार्च में ही पिता-पुत्री को गिरफ्तार किया जो इस पूरे षड्यंत्र के प्रत्यक्षदर्शी थे।
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