कोलकाता: स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा यहां एक पार्क में गुरुवार को विखंडित अवस्था में पाई गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। इस घटना के विरोध में स्थानीय निवासियों ने प्रदर्शन कर दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की। पश्चिम बंगाल में ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लाक के महासचिव नरेन चट्टोपाध्याय ने आईएएनएस को बताया, "कुछ उपद्रवियों ने नारकेलडंगा इलाके में एक पार्क में स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा को विखंडित कर दिया। स्थानीय लोग और हमारी पार्टी की स्थानीय समिति ने इस घटना का विरोध किया है।"
पुलिस ने बताया कि फॉरवर्ड ब्लॉक ने शिकायत दर्ज करवाई है और मामले की तहकीकात चल रही है। पुलिस के मुताबिक तोड़ी गई प्रतिमा को ढक दिया गया है। चट्टोपाध्याय ने कहा, "हम चाहते हैं कि पुलिस 24 घंटों के भीतर दोषियों को गिरफ्तार करे अन्यथा स्थानीय लोग थाने के बाहर प्रदर्शन करेंगे।" इससे पहले मार्च में एक वाम गुट के छात्र संगठन ने यहां भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा को विखंडित कर उसपर कालिख पोत दी थी।
यह घटना तमिलनाडु के वेल्लोर में दिग्गज द्रविड़ नेता, समाज सुधारक और पेरियार के नाम से चर्चित ई. वी. आर. रामास्वामी की प्रतिमा विखंडित करने बाद हुई थी। इससे पहले त्रिपुरा में कथित तौर पर भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने रूसी क्रांति के नेता व्लादिमीर लेनिन की दो प्रतिमाएं गिरा दी थीं।
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