बुलेट ट्रेन: शिवसेना ने बताया, भारतीय रेल को स्पीड से ज्यादा इस चीज की जरूरत
शिवसेना ने भारतीय रेल को जापान से स्पीड से ज्यादा किसी और चीज पर ध्यान देने के लिए कहा है। जानें, क्या कहा शिवसेना ने...
मुंबई: शिवसेना ने सुरक्षित एवं स्वच्छ यात्रा का सूत्र जापान से सीखने की सलाह देते हुए ऐसे समय में बुलेट ट्रेन परियोजना की व्यवहार्यता पर शुक्रवार को सवाल उठाया जब ट्रेनों के पटरी से उतरने की मैराथन जारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे ने अहमदाबाद और मुंबई के बीच भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना का गुरुवार को शिलान्यास किया था। यह ट्रेन 3 घंटे से भी कम समय में 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी। शिवसेना ने ऐसे समय में इस परियोजना की व्यवहार्यता पर आशंका जताई है जब देश में हाल में कई रेल दुर्घटनाएं हुई हैं।
पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा, ‘किसी को इस बात पर शक नहीं है कि यह भारतीय रेल की ओर से लापरवाही का सबसे शर्मनाक समय है। आजकल, बमुश्किल ही कोई ऐसा दिन गुजरता है जब कोई ट्रेन पटरी से नहीं उतरती। ऐसा लगता है जैसे ट्रेनों के बीच पटरी से उतरने की प्रतिस्पर्धा चल रही है।’ केन्द्र एवं महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने कहा, ‘यहां तक कि रेल विभाग की सबसे प्रतिष्ठित ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस भी पीछे नहीं रही। यह राष्ट्रीय राजधानी के निकट पटरी से उतर गई। देश के सबसे सुरक्षित रेल खंड में भारतीय रेलवे की सबसे प्रतिष्ठित रेल का पटरी से उतरना क्या गंभीर बात नहीं है?’
संपादकीय में कहा गया है कि जापान में वर्ष 1964 से 500 से 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बुलेट ट्रेन चल रही है। गति महत्वपूर्ण नहीं है लेकिन देखने वाली बात यह है कि इतनी तीव्र गति के बावजूद कभी कोई रेल हादसा नहीं हुआ। पार्टी ने कहा, ‘यह जानना महत्वपूर्ण है कि जापान में बुलेट ट्रेन की सफाई 7 मिनट के अंदर हो जाती है और ट्रेन की यात्रा में एक भी मिनट की देरी की जांच होती है। जापान की तुलना में यहां ट्रेनें रेंगती हैं और ट्रेनों के पटरी से उतरने की मैराथन के बावजूद कोई जवाबदेही तय नहीं है। हम रेल यात्रा में 100 प्रतिशत सुरक्षा सुनिश्चित करने की कला जापान से क्यों नहीं सीख सकते? यदि भारत ने जापान से सुरक्षित रेल यात्रा की तकनीक सीखी होती तो देश को ज्यादा खुशी होती।’