नयी दिल्ली: स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने रविवार को बताया कि उसने ‘‘डार्कनेट’’ के जरिए मादक पदार्थों की बिक्री करने वाले देश के पहले तस्तर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने यौन शक्तिवर्धक दवाओं के नाम पर नशीले पदार्थों के सैकड़ों पार्सल विदेश भेजे हैं। अधिकारी ने बताया कि 21 वर्षीय दीपू सिंह सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी का बेटा है और उसे एनसीबी की दिल्ली क्षेत्रीय इकाई की सूचना पर हाल में लखनऊ से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि ‘‘डॉर्कनेट’’ इंटरनेट का वह हिस्सा है जो छुपा हुआ होता है और सामान्य लोग उसतक नहीं पहुंच सकते हैं। इसी ‘डार्कनेट’ के जरिये नशीले पदार्थों, पॉर्न वीडियो और अन्य गैर कानूनी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है। कानून प्रवर्तन एजेंसियों की निगरानी से बचने के लिए इनमें कूट संदेशों का इस्तेमाल किया जाता है जिनका पता लगाना मुश्किल होता है। एनसीबी के उप महानिदेशक (ऑपरेशन) राजेश नंदन श्रीवास्तव ने बताया, ‘‘सिंह डॉर्कनेट का बड़ा खिलाड़ी था। एम्पायर मार्केट और मजेस्टिक गार्डन जैसे डॉर्कनेट बाजार में वह बड़ा और विश्वसनीय माना जाता था।’’
उन्होंने बताया कि सिंह डार्कनेट के जरिये पहले यौन शक्ति वर्धक और स्वास्थ्य वर्धक दवाओं को विदेश भेजने का काम करता था लेकिन अधिक मुनाफा कमाने के लिए उसने नशीले पदार्थों को विदेश पहुंचाने का काम शुरू कर दिया। एनसीबी ने विज्ञप्ति में बताया कि सिंह ने लखनऊ स्थित एमिटी विश्वविद्यालय से होटल प्रबंधन में स्नातक किया है और पहचान छिपा कर पार्सल भेजने के तरीकों में उसे महारत हासिल है।
एनसीबी के मुताबिक सिंह के आलम बाग इलाके स्थित आवास से नशीले पदार्थों की 12,000 गोलिया जब्त की गई है। वहीं अंतराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय कर दो महीने तक चली कार्रवाई में विभिन्न नशीले पदार्थों की 55,000 गोलिया जब्त की गई। एनसीबी दिल्ली क्षेत्र के निदेशक केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक नशीले पदार्थों की जब्ती मुंबई और ब्रिटेन तक से की गई है।
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