नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को विज्ञान भवन में राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव-2019 में पहुंचे हैं। आयोजन स्थल पर प्रधनमंत्री के पहुंचते ही मौजूद लोगों ने 'मोदी-मोदी', 'भारतमाता की जय' और '56 इंच का सीना है, सिर उठाकर जीना है' के नारे लगाए। इस महोत्सव का उद्देश्य है कि 18 से 25 वर्ष की उम्र के युवाओं को सार्वजनिक मुद्दों के साथ जुड़ने और आम आदमी के विचार समझने के लिए प्रेरित किया जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विजेताओं को राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव पुरस्कार प्रदान किया।
अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे सामने न्यू इंडिया की नई तस्वीर मैं देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने से आए आप सभी का मैं अभिवादन करता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा, 'आप जैसे ऊर्जावान और जोश से भरे साथियों से जब भी मैं मिलता हूं तो मैं भी ऊर्जावान और जोश से भर जाता हूं।' उन्होंने कहा, 'मेरा टोकनिज्म में विश्वास नहीं है। एक लंबी सोच के साथ एक के बाद एक इंटरलिंक व्यवस्थाएं विकसित करना ये मेरी कार्यशैली का हिस्सा है। सब चीजें पहले नहीं बताता हूं, धीरे-धीरे खोलता हूं।'
इस मौके पर युवाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने एक शेर भी सुनाया। PM मोदी ने कहा, 'उसे गुमान है कि मेरी उड़ान कुछ कम है, मुझे यकीन है कि ये आसमां कुछ कम है।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारे देश और समाज में अगर ऐसी युवा पीढ़ी तैयार होती है जो समाज के मुद्दों पर सही तरीके से सोचकर समाज को अपनी बात बताते हैं तो बहुत बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। युवाओं के सपनों को रोकना नहीं चाहिए, उन्हें उन्मुक्त गगन में उड़ने देना चाहिए।'
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