नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर की ऐतिहासिक नींव रखने पर भारत के लोगों को मेरी हार्दिक बधाई। आज हर भारतीय की बहुत पुरानी इच्छा को पूरी हुई है। भगवान राम के धर्म का सार्वभौमिक संदेश न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया के लिए मार्गदर्शक प्रकाश बना हुआ है। अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर बुधवार को दिल्ली के मंदिरों को रंग-बिरंगे प्रकाश और भगवा झंडों से सजाया गया तथा श्रद्धालुओं ने ‘‘जय श्री राम’’ के नारे लगाए। छतरपुर मंदिर के प्रशासक किशोर चावला ने बताया कि श्रद्धालुओं ने सुबह की पूजा संपन्न होते ही करीब छह बजे मंदिर में आना शुरू कर दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन घंटे से लगातार पूजा चल रही है। ‘राम दरबार’ सजाया गया है। ‘शिला’ की प्रतिकृति बनाई गई है और अन्य सामग्री के साथ इसे अयोध्या भेजा जाएगा।’’ मंदिर प्रशासक ने कहा कि 32 पंडितों ने भजनों और ढोलकों एवं डफलियों की थाप के बीच विशेष पूजा की। चावला ने बताया कि कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों के कारण सीमित लोगों को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी गई।
छतरपुर निवासी 57 वर्षीय अलंकार यादव ने कहा, ‘‘यह सपना साकार होने जैसा है। मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे यह दिन देखने का मौका मिला।’’ बारिश के बीच मंदिर में ‘राम लला’ के दर्शन करने आई अनुकृति बंसल ने कहा, ‘‘मैं इसे टेलीविजन पर देख सकती थी, लेकिन मैंने यहां आकर सुंदरकांड का पाठ करने का फैसला किया।’’ करोल बाग के झंडेवालान मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने सुबह पांच बजे ही पहुंचना शुरू कर दिया।
मंदिर के प्रबंधक विनोद गांधी ने बताया कि पूरे परिसर को रंग बिरंगे प्रकाश से सजाया गया है और पिछले 24 घंटे से रामायण का पाठ जारी है। पूजा के बाद मंदिर कर्मी प्रसाद वितरित करेंगे। मंदिर के कर्मियों ने बताया कि शाम को मंदिर में दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे और पटाखे चलाए जाएंगे। मध्य दिल्ली स्थित बिरला मंदिर के विनोद मिश्रा ने कहा कि मंदिर ने अपनी मिट्टी अयोध्या भिजवाई है जिसे राम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा। श्रद्धालुओं ने मंदिर में पूजा की, लगातार राम भजन गाए और कीर्तन किया। मिश्रा ने कहा कि प्रशासन ने कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार लोगों को बड़ी संख्या में एकत्र होने की अनुमति नहीं दी।
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