संभल (उप्र): इस्लामिक संगठन तहरीक इस्लाह ए उम्मत ने फैसला किया है कि शादी ब्याह में अगर डीजे बजा, नाच गाना हुआ या दहेज की नुमाइश की गई तो निकाह नहीं कराया जाएगा। संगठन के बैनर तले 15 अगस्त को हुई इमामों की बैठक में तय किया गया कि शादी ब्याह में डीजे और नाच गाने सहित अन्य ऐसी ही कुरीतियों के खिलाफ कदम उठाया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता करने वाले शहर इमाम काजी मगरब ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ कदम उठाने का फैसला किया गया है और इसके लिए हमने तय किया है कि अगर कोई उक्त चीजों से नहीं बचता तो हम निकाह नहीं कराएंगे। हम ऐसे निकाह का बहिष्कार करेंगे जहां डीजे बजता हो और नाच गाना होता हो क्योंकि यह शरीयत के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि बैठक में शहर के 40 इमाम शामिल हुए और समुदाय के हजारों लोगों ने इसमें शिरकत की। मुतवल्ली बदरे आलम ने कहा कि दहेज की नुमाइश करने वालों, डीजे इस्तेमाल करने वालों और नाच गाना करने वालों के यहां निकाह में नहीं शामिल हुआ जाएगा।
उन्होंने कहा कि ऐसा देखा गया है कि डीजे बजने के बाद युवा अधिकांशतया शराब पीकर नाचते हैं और फायरिंग भी करते हैं, जिससे कभी कभी मौतें हो जाती हैं। ऐसा यदि होता है तो हम निकाह नहीं कराएंगे।
संगठन ने खड़े होकर खाने की व्यवस्था करने वालों का भी विरोध करने का फैसला किया। संगठन ने एक समिति भी बनायी है। इसके सदस्य जनता को संगठन के फैसलों को लेकर जागरूक करेंगे।
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