नई दिल्ली: मुंबई के एल्फिस्टन रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में एक चौंकाने वाला सच सामने आया है। इंडिया टीवी के कैमरे पर हादसे के वक्त पुल पर मौजूद एक चश्मदीद ने चौंकाने वाला खुलासा किया। मौत के मुंह से बाल-बाल बचकर आई चश्मदीद शिल्पा विश्वकर्मा ने बताया कि कैसे एक गलत शब्द ने पूरे मंज़र को खूनी बना दिया। शिल्पा ने आशंका जताई है कि फूल बेचने वाले एक व्यक्ति ने चिल्लाकर बोला था फूल गिर गया, लेकिन हो सकता है कि इसे लोगों ने गलती से पुल गिर गया समझा और इससे भगदड़ मच गई। लेकिन इस हादसे के लिए महज़ ये अफवाह ही जिम्मेदार नहीं है। जिस वक्त ये हादसा हुआ उस दिन हो रही बारिश, भीड़ और लोगों की जल्दबाज़ी भी इस हादसे की वजह बनी। ये भी पढ़ें: हनीप्रीत की गिरफ्तारी एक बड़ी चाल, जेल से छूटेगा राम रहीम!
एल्फिस्टन रेलवे स्टेशन में हुए हादसे की जांच कर रहे रेल और पुलिस प्रशासन ने शिल्पा को अहम चश्मदीद मानते हुए उसका बयान दर्ज किया है। पुलिस हादसे के वक्त मौजूद और भी लोगों के बयान दर्ज करने की कोशिशों में लगी है। हादसे के बाद शिल्पा का परिवार उसकी लोकल यात्रा को लेकर फिक्रमंद हो गया है क्योंकि लोकल ट्रेन मुंबई की लाइफ लाइन है और इसके बिना मुंबईकरों का गुज़ारा नामुमकिन है।
बता दें कि बीते 29 सितंबर को सुबह के भीड़भाड़ वाले समय में स्टेशन पर संकरे फुटओवर ब्रिज की सीढियों पर भगदड़ मच गई जिसमें 23 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायल हो गए। पश्चिम रेलवे ने कल इसके कारणों की जांच शुरू की थी। जिस ओवरब्रिज पर भगदड़ मची उसी पर रेहड़ीवाले फूल और अन्य सामान भी बेच रहे थे।
पश्चिमी रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज कहा कि भगदड़ में घायल एक छात्रा ने जांच समिति को कल बताया कि फूल बेचने वाले ने बोला फूल गिर गया जिसे लोगों ने गलती से पुल गिर गया समझ लिया। पश्चिम रेलवे के मुख्य प्रवक्ता रवींद्र भाकर ने कहा कि उन्होंने जांच समिति को बताया कि इससे सीढियों पर मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई और वे एक दूसरे को कुचलते हुए दौड़ने लगे।
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