नई दिल्ली: रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि रेलवे में स्थायी नौकरियों की मांग कर रहे छात्रों नेअपना आंदोलन आज सुबह वापस ले लिया। उन्होंने छात्रों से रेलवे में चल रही मौजूदा भर्ती के लिए आवेदन करने की अपील की है। आज सुबह मुंबई में प्रदर्शनकारी छात्रों ने रेल सेवा बाधित की। गोयल ने कहा किइन छात्रों ने अपना आंदोलन 10.35 बजे वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि सभी आवेदकों को देश सेवा करने के लिए" निष्पक्ष और समान अवसर" मिलना चाहिए।
प्रदर्शन करने वालों में अधिकांश रेलवे की अप्रेंटिस परीक्षा पास करने वाले हैं और उनकी प्रमुख मांगों में से एक है किनियुक्ति के लिए 20 प्रतिशत की ऊपरी सीमा को खत्म किया जाए। केंद्रीय मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि 20 प्रतिशत पदों को "शीर्ष न्यायालय के समय-समय पर आए फैसलों और अप्रेंटिस कानून की धारा 22 (1) को" ध्यान में रखकर आरक्षित किया गया है।
यह 20 प्रतिशत पद पाठ्यक्रम पूरा कर चुके प्रशिक्षुओं के लिए आरक्षित है जो अप्रेंटिसशिप एक्ट के तहत पहले से ही रेलवे से जुड़े हुए हैं। भारतीय रेलवे वर्तमान में समूह सी और समूह डी के 90,000 से ज्यादा पदों पर भर्तियां कर रहा है। गोयल ने छात्रों से इन नौकरियों के लिए आवेदन करने की अपील की है। इसमें आवेदन की अंतिम तिथि 31 मार्च है।
इससे पहले आज सुबह सैकड़ों छात्रों ने मुंबई में रेल यातायात को बाधित किया जिससे लाखों यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस दौरान माटुंगा और दादर स्टेशन के बीच उपनगरीय सेवाएं प्रभावित रहीं।
प्रदर्शनकारी आज सुबह सात बजे रेल पटरियों पर बैठकर विरोध करने लगे। प्रदर्शन के कारण रेलवे को माटुंगा से छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) के बीच उपनगरीय सेवाओं के साथ-साथ एक्सप्रेस ट्रेन सेवाएं भी रोकनी पड़ीं।
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