मुंबई में इमारत गिरने से 17 लोगों की मौत, अभी भी कई लोगों के दबे होने की आशंका
बृहन्मुंबई महानगरपालिका बीएमसी के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख महेश नारवेकर ने बताया कि रात नौ बजे तक 23 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया जिनमें से 17 को मृत घोषित कर दिया गया जबकि 9 घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुछ लोगों के
मुंबई: मुंबई के उपनगर घाटकोपर में मंगलवार को चार मंजिला एक आवासीय इमारत के ढह जाने से एक शिशु और सात महिलाओं सहित 17 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 9 अन्य घायल हो गए। सिद्धी-साई कॉपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी में रहने वालों के मुताबिक निचले तल पर स्थित एक नर्सिंग होम में चल रहे नवीकरण कार्य की वजह से इमारत का पिलर कमजोर पड़ गया था। शिव सेना के एक नेता को कथित तौर पर इसका मालिक बताया जा रहा है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका बीएमसी के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख महेश नारवेकर ने बताया कि रात नौ बजे तक 23 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया जिनमें से 17 को मृत घोषित कर दिया गया जबकि 9 घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कुछ लोगों के अब भी मलबे में दबे में होने की आशंका है, जिन्हें निकालने के लिए तलाश और बचाव अभियान जारी रहेगा। ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के 60 जवान खोजी कुत्तों के साथ इस कार्य में लगाए गए हैं। अधिकारी के मुताबिक खोजी कुत्तों ने दो लोगों को मलबे के भीतर से निकालकर जिंदा बचाने में मदद की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इस ध्वस्त आवासीय इमारत का आज मुआयना किया। उन्होंने कहा, अपराध का मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस इसकी जांच कर रही है। मैंने बीएमसी के आयुक्त को इस मामले की जांच करने और 15 दिन के अंदर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दे दिए हैं।
इसी बीच पुलिस ने सुनील शीतप नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति नर्सिंग होम का मालिक था। संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था देवेन भारती ने बताया, पहली नजर में ऐसा प्रतीत होता है कि आरोपी इमारत में गैरकानूनी नवीकरण कार्य करा रहा था। फिलहाल अभी अन्य जानकारियां देना उपयुक्त नहीं होगा क्योंकि मामले की जांच चल रही है। सूत्रों के मुताबिक शीतप शिव सेना का नेता है। घाटकोपर के दामोदर पार्क इलाके में स्थित इस इमारत में करीब 15 परिवार रहते थे।
बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि नगर निकाय के नियंत्रण कक्ष को इस दुर्घटना के बारे में सुबह करीब 10.43 बजे फोन पर यह जानकारी मिली। उन्होंने बताया कि चार दमकल गाड़ियों, एक बचाव वाहन और एक एंबुलेंस को घटनास्थल पर तुरंत भेजा गया। प्रत्यक्षदर्शयिों ने बताया कि उन्होंने सुबह तेज आवाज सुनी जैसी मानसून के दौरान बिजली कड़कने से होती है। बगल में रहने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, इसके बाद मैं अपने घर से बाहर निकला और धूल का गुबार नजर आया, चीख पुकार सुनी। मैंने इमारत का कुछ हिस्सा गिरा हुआ देखा।
स्थानीय लोगों के मुताबिक यह 35 साल पुरानी इमारत थी। पिछले कुछ दिनों में शहर और इसके उपनगर में भारी बारिश हुयी है हालांकि कल से कुछ राहत मिली है। मुंबई पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी और घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर यातायात रोककर उन्हें ग्रीन कॉरिडोर प्रदान किया। स्थानीय लोगों के मुताबिक इमारत खतरनाक की सूची में नहीं थी।
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