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Hindi News भारत राष्ट्रीय ‘चूहे के बिल से निकालकर…’, कश्मीर में हुई हत्याओं पर नकवी ने दिया बड़ा बयान

‘चूहे के बिल से निकालकर…’, कश्मीर में हुई हत्याओं पर नकवी ने दिया बड़ा बयान

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर के लोग विकास चाहते हैं, आतंकवाद नहीं चाहते हैं।

Mukhtar Abbas Naqvi, Mukhtar Abbas Naqvi Kashmir, Naqvi Kashmir Killings- India TV Hindi Image Source : PTI मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि विकास की रफ्तार को रोकने की कोशिश करने वाले लोग कामयाब नहीं हो पाएंगे।

श्रीनगर: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कश्मीर में 2 शिक्षकों समेत कुछ आम नागरिकों की आतंकवादियों द्वारा हत्या किए जाने को लेकर गुरुवार को बड़ा बयान दिया है। नकवी ने कहा कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालों को ‘चूहे के बिल से निकालकर’ उनका हिसाब-किताब किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी ताकतों को जम्मू-कश्मीर में शांति एवं समृद्धि का माहौल खराब करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। नकवी ने कहा कि विकास की रफ्तार को रोकने की कोशिश करने वाले लोग कामयाब नहीं हो पाएंगे।

‘आज जम्मू-कश्मीर के लोग विकास चाहते हैं’
नकवी ने कहा, ‘आज जम्मू-कश्मीर के लोग विकास चाहते हैं, आतंकवाद नहीं चाहते हैं। आतंकवाद के रास्ते पर चलकर जो लोग विकास पर ब्रेक लगाने की कोशिश कर रहे हैं वो कामयाब नहीं होंगे। यहां जो अल्पसंख्यक हैं, उनको पूरी तरह महफूज रखना हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी हैं। जो लोग यह (हत्याएं) कर रहे हैं उनको चूहे के बिल से निकालकर उनका हिसाब-किताब होगा।’ जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर बढ़े हमलों के बीच श्रीनगर के ईदगाह इलाके में बृहस्पतिवार को आतंकवादियों ने एक महिला समेत सरकारी विद्यालय के दो शिक्षकों की गोली मार कर हत्या कर दी। शिक्षकों की हत्या की व्यापक तौर पर निंदा की जा रही है।

‘5 दिनों के भीतर घाटी में 7 नागरिकों की हत्या’
बता दें कि पिछले 5 दिनों के भीतर घाटी में 7 नागरिकों की हत्या की जा चुकी है और इनमें 4 अल्पसंख्यक समुदाय से थे। नकवी ने कश्मीर में कई विकास परियोजनाओं की बुनियाद रखी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में जम्मू-कश्मीर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। नकवी के मुताबिक, ‘जम्मू-कश्मीर में आजादी के बाद से विकास होना चाहिए था, वो नहीं हो पाया है। हम लोगों की बात सुन रहे हैं। केंद्र सरकार के काम और जो होना चाहिए, उसके बारे में जानकारी ले रहे हैं। यही तरीका है जिससे हम जम्मू-कश्मीर के लोगों को आगे ले जाना चाहते हैं।’

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