नई दिल्ली: सूत्रों ने अनुसार राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद अब वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोलीलाल वोरा कांग्रेस वर्किंग कमेटी की अगली मीटिंग तक पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। हालांकि, मोतीलाल वोरा ने कहा है कि उन्हें अंतरिम अध्यक्ष बनाए जाने की जानकारी नहीं है। इसी के साथ उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व की तारीफ की और कहा कि उनकी अगुवाई में कांग्रेस ने तीन राज्यों में चुनाव जीते हैं, उनका नेतृत्व कांग्रेस के लिए बहुत जरूरी है।
बता दें कि राहुल गांधी ने आज ही कहा था कि "मैंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। मैं अब पार्टी का अध्यक्ष नहीं हूँ। कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) जल्द ही नए कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव करे। उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी का नया अध्यक्ष एक महीने पहले ही चुन लिया जाना चाहिए था। राहुल गांधी ने ट्विटर पर अपने नाम के साथ से कांग्रेस अध्यक्ष भी हटा लिया है।
कांग्रेस पार्टी की वेबसाइट के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के पद पर आजाद भारत में गांधी परिवार के सदस्यों के अलावा सिर्फ छह लोग रहे थे। अब मोतीलाल वोरा सातवें नेता हो सकते हैं जो गैर गांधी परिवार से होने के बाद भी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर अगुवाई कर सकते हैं। बता दें कि अभी तक BJP कई मौकों पर कांग्रेस को चुनौती देती रही है कि वह अपने अध्यक्ष के तौर पर किसी गैर कांग्रेस नेता को चुनकर दिखाए।
कौन हैं मोतीलाल वोरा?
मोतीलाल वोरा 2014 से राज्यसभा के सदस्य हैं। वोरा पहली बार 1988 में राज्यसभा के सदस्य बने थे। इतना ही नहीं वह कुछ समय के लिए 1985-1988-1989 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। वह केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के तौर पर स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और सिविल एविएशेन मंत्रालयों का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। इसके अलावा 16 मई 1993 से लेकर 3 मई 1996 तक वोरा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल भी रहे थे।
Latest India News