देशभर में आंधी-तूफान के चलते 100 से ज्यादा लोगों की मौत, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सर्वाधिक प्रभावित राज्य
अकेले उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान के चलते कम से कम 64 लोगों की मौत हो गयी है।
नई दिल्ली: बुधवार रात को देश के अलग अलग हिस्सों में आएं आंधी तुफाने के चलते करीब 100 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 150 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। अकेले उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान के कारण हुए हादसों में कम से कम 64 लोगों की मौत हो गयी और 47 लोग घायल हो गये। वहीं राजस्थान में आंधी तुफान के चलते 27 लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 लोग घायल हो गये। राजस्थान के आपदा प्रबंधन और राहत सचिव हेमंत कुमार गेरा ने बताया कि प्रदेश के मत्स्य क्षेत्र में कल रात आई तेज आंधी में कई मकान ढह गए और बिजली के कई खंबे तथा पेड़ उखड़ गये जिससे कारण कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गये।
तेज आंधी ने मुख्य रूप से तीन जिलों को प्रभावित किया। इसके कारण प्रदेश के भरतपुर में 12 लोगों की, धौलपुर में 10 लोगों की और अलवर में पांच लोगों की मौत हो गई। अलवर में 20 लोग, भरतपुर में 32 लोग और धौलपुर में 50 लोग घायल हो गये। घायलों में कुछ का उपचार जारी है जबकि अन्य लोगों को घर भेज दिया गया है। धौलपुर में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है और उसे जयपुर रैफर किया गया है। आंधी प्रभावित जिला प्रशासन को आकस्मिक निधि कोष से राशि जारी की गई है। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रूपये का मुआवजा, 60 प्रतिशत तक घायल हुए लोगों को दो-दो लाख रूपये का मुआवजा, 40 से 50 प्रतिशत तक घायल हुए लोगों को 60-60 हजार रूपये का मुआवजा दिया जायेगा।
वहीं उत्तर प्रदेश की बात करें तो राहत आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि कल रात सूबे में आये तेज आंधी-तूफान, बिजली गिरने और ओलावृष्टि के कारण हुए हादसों में 64 लोगों की मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा जनहानि आगरा जिले में हुई जहां 45 लोगों की मौत हो गयी तथा 35 अन्य जख्मी हो गये। जिले में इस प्राकृतिक आपदा से 150 जानवरों की भी मौत हुई है। जबर्दस्त आंधी-तूफान की वजह से अनेक मकान ध्वस्त हो गये, पेड़ गिर गये और बिजली के खम्बे उखड़ गये।
सभी प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों को इस प्राकृतिक आपदा की वजह से हुए नुकसान का आकलन करके रिपोर्ट भेजने और प्रभावित लोगों को 24 घंटे के अंदर राहत वितरित करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्बन्धित जिलाधिकारियों को आंधी-तूफान और बारिश से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित जिलों के अधिकारी नुकसान का आकलन करते हुए प्रभावितों को बिना देर किये मुआवजा प्रदान करें। राहत कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।