राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर 72% से ज्यादा लोगों को नरेंद्र मोदी पर भरोसा
भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है। इस बीच देश भर में 70 प्रतिशत से अधिक लोग राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जता रहे हैं।
नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है। इस बीच देश भर में 70 प्रतिशत से अधिक लोग राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा जता रहे हैं। आईएएनएस सी-वोटर सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। हाल में किए गए आईएएनएस सीवीओटर स्नैप पोल के अनुसार, देश के 72.6 प्रतिशत लोगों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी स्थिति को 'काफी हद तक' संभाल लेंगे। वहीं 16.2 प्रतिशत को लगता है कि वह 'कुछ हद तक' स्थिति संभाल पाएंगे, जबकि 11.2 प्रतिशत लोगों ने इस मामले में प्रधानमंत्री पर कोई भरोसा नहीं जताया।
यह सर्वेक्षण विभिन्न भौगोलिक पृष्ठभूमि से लेकर विभिन्न आय वर्ग, शिक्षा के स्तर के साथ-साथ अलग-अलग जाति से जुड़े लोगों के बीच किया गया, जिन्होंने बेबाकी से अपनी राय रखी। यह सर्वेक्षण पिछले हफ्ते भारत और चीन के बीच सीमा पर चल रहे तनाव के बीच हुआ, जब पिछले लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों देशों की सेना आपस में भिड़ गई थी, जिसमें एक कमांडिंग अधिकारी सहित 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
इसके बाद, प्रधानमंत्री ने कहा था कि भारत की संप्रभुता का मुद्दा सर्वोच्च है। मोदी ने यह भी कहा कि सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र पर नजर रखने वालों को सबक सिखाया है। सर्वेक्षण में उत्तरदाताओं से एक सवाल पूछा गया, राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आप कितना भरोसा करते हैं।
सर्वेक्षण में पता चला है कि 60 वर्ष से ऊपर के लोग, कम शिक्षित, उच्च आय वर्ग में आने वाले लोग और पुरुषों ने देश की सुरक्षा के मामले में प्रधानमंत्री पर बहुत भरोसा जताया है। इसके अलावा सर्वे में पता चला कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के 82.6 प्रतिशत मतदाताओं को अपने चुने हुए नेता पर भरोसा है। दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों को वोट देने वाले लोगों में से 51.1 प्रतिशत लोग भारतीय नेतृत्व पर विश्वास करते हैं।
जिन लोगों को मोदी की इस स्थिति को संभालने की क्षमता में कोई विश्वास नहीं है, उनमें उच्च शिक्षित, मुस्लिम, सिख और 25 से 45 वर्ष के बीच की युवा आबादी शामिल है। राजग के महज 5.3 प्रतिशत मतदाताओं का प्रधानमंत्री पर भरोसा नहीं है।