नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि पाकिस्तान ने 2018 में भारत व पाकिस्तान के बीच 2003 के संघर्षविराम समझौते का 1,000 से ज्यादा बार उल्लंघन किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हम पाकिस्तान की तरफ से अकारण संघर्षविराम उल्लंघन को बहुत गंभीरता से लेते हैं, क्योंकि इसमें जीवन व संपत्ति की हानि होती है।" रवीश कुमार ने कहा, "वास्तव में, सिर्फ इसी साल 2018 में पाकिस्तान की तरफ से अकारण 1,000 से ज्यादा बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया है।"
पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन भारतीय क्षेत्र में आतंकवादियों के घुसपैठ के लिए करने की बात कहते हुए उन्होंने कहा, "हम इस तरह की घुसपैठ का अतीत में परिणाम देख चुके हैं। हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान को यह अहसास होगा कि वह क्या कर रहा है और वह दोनों देशों के बीच 2003 के संघर्षविराम समझौते का पालन करे।"
भारत ने रमजान के महीने में जम्मू एवं कश्मीर में संघर्षविराम और सीमा पर युद्धबंदी का ऐलान किया हुआ है लेकिन इस अवधि के दौरान पाकिस्तान की तरफ से अकारण संघर्षविराम का उल्लंघन जारी रहा। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि सुरक्षा बल रमजान में जम्मू एवं कश्मीर में व पाकिस्तान के साथ सीमा पर संघर्षविराम का सम्मान करेंगे, लेकिन किसी भी 'अकारण' हमले का जवाब दिया जाएगा।
सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा, "जब अकारण हमला होता है तो सेना को जवाब देने का अधिकार दिया गया है। हम संघर्षविराम का सम्मान करते हैं, लेकिन निसंदेह अकारण हमले के लिए हमें एक सीमा दी गई है। संघर्षविराम भारत सरकार का फैसला है और हमें इसका पालन करना है।" इस साल सीमा पार गोलीबारी से भारत के 36 लोगों की मौत हुई है और 120 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
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