नई दिल्ली। मानसून को लेकर शुरुआत में मौसम विभाग ने जो अनुमान जारी किया था वह एक तरह से गलत साबित हुआ है, मौसम विभाग ने अप्रैल में जब पहला अनुमान जारी किया था तो पूरे मानसून सीजन के दौरान सामान्य यानि 97 प्रतिशत बारिश का अनुमान लगाया था। लेकिन इस बार मानसून सीजन यानि जून से सितंबर के दौरान सामान्य के मुकाबले 91 प्रतिशत बारिश रिकॉर्ड की गई है।
इन राज्यों में बरसात की सबसे ज्यादा कमी
मौसम विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक पूरे मानसून सीजन के दौरान देशभर में औसतन समान्य के मुकाबले 9 प्रतिशत कम बरसात हुई है। जिन प्रमुख राज्यों में बारिश की कमी सबसे ज्यादा दर्ज की गई है उनमें गुजरात, बिहार और झारखंड शामिल हैं। मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात में जून से सितंबर के दौरान 28 प्रतिशत कम, झारखंड में भी 28 प्रतिशत कम और बिहार में 25 प्रतिशत कम बरसात हुई है। इनके अलावा उत्तर प्रदेश में 10 प्रतिशत कम और हरियाणा में भी 10 प्रतिशत कम बरसात हुई है। महाराष्ट्र और गुजरात में 8-8 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। कुल मिलाकर 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 26 में सामान्य, 1 में सामान्य से ज्यादा और 9 में सामान्य से कम बरसात हुई है।
पोस्ट मानसून सीजन के लिए स्काइमेट का अनुमान
मानसून सीजन के दौरान देश में भले ही सामान्य से कम बरसात हुई हो लेकिन आगे चलकर अच्छी बरसात का अनुमान लगाया जा रहा है। दक्षिण पश्चिम मानसून के बाद देश में बरसात कैसी रह सकती है इसको लेकर इंडिया टीवी ने मौसम का अनुमान जारी करने वाली निजी संस्था स्काइमेट से बात की। स्काइमेट में मेटेरियोलोजी एंड क्लाइमेट चेंज डिविजन के प्रेसिडेंट जीपी शर्मा ने बताया कि उनकी संस्था ने उत्तर पूर्व मानसून के सामान्य से बेहतर रहने का अनुमान जारी किया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल ठंड के मौसम में सामान्य के मुकाबले अच्छी बरसात होने की उम्मीद है।
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