नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बेमौसम बारिश की वजह से कृषि संकट से निपटने के लिए राजनीतिक नेताओं से सामूहिक सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में किसानों को अकेला नहीं छोड़ा जा सकता। लोकसभा में मोदी ने कहा, "इस समस्या का समाधान निकालने का हमारा दृढ़ संकल्प होना चाहिए। यह समस्या यहां बहुत पहले से बनी हुई है। हमें मिलकर सोचना पड़ेगा कि हमसे गलती कहां हुई और प्रणाली में क्या कमियां थीं, जिससे यह संकट उत्पन्न हुआ।"
मोदी ने देशभर के राजनेताओं से आगे आने और किसान आत्महत्या की बढ़ रही संख्या की समस्या से निपटने के लिए सुझाव साझा करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने कहा, "पिछले कई सालों से किसानों की आत्महत्या का मामला व्यापक चिंता का विषय बना हुआ है। किसानों की जिंदगी से अधिक महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। सरकार हर संभव तरीके से उनकी मदद सुनिश्चित करेगी।"
मोदी ने कहा कि वह आम आदमी पार्टी (आप) की रैली में किसान की मौत से दुखी हैं। उन्होंने कहा, "अब हम अपने किसानों को नहीं मरने देंगे।"
उन्होंने कहा, "हम अपने किसानों को अकेला नहीं छोड़ सकते। मैं इस स्थिति से निपटने के लिए सभी की ओर से अच्छे सुझावों का स्वागत करता हूं।"
राजस्थान के दौसा के निवासी एक किसान ने बेमौसम बारिश में फसलों के नष्ट हो जाने के बाद बुधवार को आप पार्टी की रैली में पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली थी। इस रैली का आयोजन विवादास्पद भूमि अधिग्रहण बिल के विरोध में किया गया था।
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