नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगी भाजपा के दिग्गज दिवंगत नेता अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर शुक्रवार को यहां उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मोदी, केंद्रीय मंत्रीगण और भाजपा के कई शीर्ष नेता पूर्व प्रधानमंत्री के स्मारक ‘सदैव अटल’ जाएंगे और वाजपेयी को श्रद्धांजलि देंगे। वाजपेयी का 16 अगस्त 2018 को निधन हो गया था। वह लंबे समय से बीमार थे।
कार्यकाल पूरा करने वाले देश के पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री
साल 1947 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ने वाले वाजपेयी देश में एक दिग्गज नेता के रूप में उभरे और कार्यकाल पूरा करने वाले देश के पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे। भाषाओं, विचारधाराओं और संस्कृतियों के भेद से परे एक कद्दावर और यथार्थवादी करिश्माई राजनेता, वाजपेयी एक प्रबुद्ध वक्ता और शांति के उपासक होने के साथ साथ हरदिल अजीज और मंझे हुए राजनीतिज्ञ भी थे।
1996 में पहली बार प्रधानमंत्री बने
भाजपा में उदार छवि के नेता समझे जाने वाले वाजपेयी सबसे पहले 1996 में प्रधानमंत्री बने। हालांकि उनकी सरकार महज 13 दिन तक चली। इसके बाद वह 1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने लेकिन उनकी वह सरकार 13 महीनों तक ही चली। आखिरकार 1999 में राजग एक बार फिर सत्तासीन हुई और वाजपेयी ने अपना कार्यकाल पूरा किया। अविवाहित रहे वाजपेयी 1957 में पहली बार उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से लोकसभा के लिए चुने गए। संसद में उनके पहले भाषण से उनके साथियों और सहयोगियों के साथ-साथ प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने एक विदेशी अतिथि से वाजपेयी का परिचय कुछ इस प्रकार कराया था-‘‘एक दिन यह युवक देश का प्रधानमंत्री बनेगा।’’ वह 47 साल तक सांसद रहे। वह दस बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे।
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