नई दिल्ली: एशिया की सबसे सुरक्षित समझी जाने वाली तिहाड़ जेल की सुरक्षा में फिर सेंध लग गई है। अब यहां एक विचाराधीन कैदी ने अपना वीडियो वायरल करके दावा किया है कि जेल में खुलेआम जेल स्टाफ 'अपनों' को मोबाइल पहुंचवा रहा है। फिलहाल मामले का भांडा फूटते ही जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
तिहाड़ जेल सूत्रों के मुताबिक, जिस विचाराधीन कैदी के वायरल वीडियो से बवाल मचा है वो तिहाड़ की एक नंबर जेल में बंद है। कैदी ने वीडियो के जरिये ही दावा किया है कि कुछ जेल स्टाफ यहां बंद कैदियों तक मोबाइल पहुंचा रहे हैं। वीडियो में तीन मोबाइल फोन भी कैदी के पास नजर आ रहे हैं। वीडियो वायरल होते ही तिहाड़ जेल प्रशासन में हड़कंप मचा है।
जेल सूत्रों के मुताबिक, वायरल वीडियो में कैदी ने अपना नाम शशांक बताया है। यह नाम कितना सही है और वीडियो की सत्यता की जांच के लिए तिहाड़ जेल महानिदेशालय ने उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दी है। वीडियो वायरल करने वाले कैदी का दावा है कि यह वीडियो तिहाड़ की एक नंबर जेल के दो नंबर वार्ड के अंदर बनाया गया है।
वीडियो वायरल करने वाले विचाराधीन कैदी ने दावा किया है कि उसे यह तीनों मोबाइल जेल कर्मचारी ने ही मुहैया कराये थे। इस कैदी की अब परेशानी यह है कि जब से उसने जेल में मोबाइल की मौजूदगी का भंडाफोड़ किया है, उसकी जान के लाले पड़ गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, जेल में इस घटना के बाद 4-5 मोबाइल फोन सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिए थे। इसलिए वे मोबाइल रिकार्ड पर लाना जेल प्रशासन की मजबूरी बन गई। इस बारे में एडीजी जेल राज कुमार से संपर्क की कोशिश की गई, मगर वे उपलब्ध नहीं हो सके।
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