श्रीनगर। कश्मीर के पुलवामा जिले में सात नागरिकों के मारे जाने खिलाफ मार्च निकालने की कोशिश पर हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के चेयरमैन मीरवाईज उमर फारूख को एहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया गया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मीरवाईज को इसलिए हिरासत में लिया गया क्योंकि उन्होंने नजरबंदी के आदेश का उल्लंघन कर बादामी बाग स्थित सेना के चिनार कोर मुख्यालय तक मार्च निकालने की कोशिश की।
उन्होंने बताया कि अलगाववादी नेता ने नागरिकों के मारे जाने के खिलाफ मार्च का आह्वान किया था। यह आह्वान ज्वाइंट रेसिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) की अगुवाई में किया गया था। इसमें मीरवाईज के अलावा सैयद अली शाह जिलानी और मोहम्मद यासीन मलिक शामिल हैं। जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान भीड़ द्वारा पथराव किए जाने पर सुरक्षा बलों ने कथित रूप से फायरिंग की जिसमें सात नागरिकों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मीरवाईज समर्थकों के चिनार कोर मुख्यालय तक मार्च की अगुवाई करने के लिए अपने निगीन स्थित घर से बाहर निकल आए। अधिकारी ने बताया कि अलगाववादी नेता को उनके घर के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों ने एहतियातन हिरासत में ले लिया गया है । मीरवाईज को बाद में निगीन स्थित पुलिस थाने में भेज दिया गया ।पुलिस थाना जाने से पहले अलगाववादी नेता ने कहा कि सुरक्षा बल ‘‘हत्या की मशीन’’ बन चुके हैं। जेआरएल ने शनिवार की घटना के विरोध में तीन दिन की हड़ताल का भी आह्वान किया है।
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