राजस्थान: गहलोत सरकार में महिलांए महफूज नहीं! जनसुनवाई में पीड़ित की फरियाद लेकर पहुंचे मंत्री
राजस्थान में गहलोत सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए तमाम लंबे चौड़े दावे करती है लेकिन ये दावे खोखले हैं। अपराध के सामने आम आदमी ही नहीं गहलोत सरकार के मंत्री भी लाचार नजर आ रहे हैं।
जयपुर: राजस्थान में गहलोत सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए तमाम लंबे चौड़े दावे करती है लेकिन ये दावे खोखले हैं। इन दावों का हकीकत से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है। सड़कों पर खुलेआम हैवान घूम रहे हैं और सरकार के दावे सिर्फ कागजों में ही दिखाई पड़ रहे हैं। प्रदेश में दो दिन में एक के बाद एक तीन जगहों पर मासूमों के साथ हुए बलात्कार ने गहलोत सरकार की पुलिसिंग और दावों की पोल खोल दी है। आम आदमी ही नहीं गहलोत सरकार के मंत्री भी लाचार नजर आ रहे हैं।
मंत्री ही उठा रहे पुलिस पर सवाल
पीसीसी में चल रही मंत्री शांति धारीवाल की जनसुनवाई में सीएम गहलोत के सबसे खास मंत्री परसादी लाल मीणा खुद ही अपने क्षेत्र के फरियादी की गुहार लगाने पहुंच गये। मंत्री परसादी लाल मीणा ने अपनी सरकार में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। फरियादी के साथ आए परसादी लाल मीणा ने दुहाई दी कि मेरे क्षेत्र के पीड़ित का मामला थाने मे दर्ज ही नहीं हो रहा है जबकि फरियादी लगातार थाने के चक्कर काट रहा है। उन्होंने कहा कि पीड़ित की बेटी की हत्या कर दी गई है लेकिन ब्रम्हपुरी थाने में इनकी शिकायत दर्ज नहीं की जा रही है।
राजस्थान में दो दिन में हुए तीन बलात्कार
पहला मामला प्रदेश की राजधानी जयपुर का है, जहां मुरलीपुरा इलाके के मैरिज गार्डन में रविवार रात अपनी चचेरी बहन की सगाई में शामिल होने आई 10 वर्षीय बच्ची से एक दरिंदे ने बलात्कार किया। मैरिज गार्डन में दरिंदा बच्ची के साथ बलात्कार करता रहा लेकिन तेज बज रहे डीजे की आवाज के बीच किसी को बच्ची की आवाज सुनाई नहीं दी।
दूसरा मामला चुरु जिले का है। यहां के सादुलशहर में 9 साल की मासूम के साथ पहले तो दरिंदगी की गई और उसके बाद आरोपी ने मासूम को जान से मारने के लिये सिर पर पत्थरों से वार किया और मरा हुआ समझकर मासूम को जमीन में दफना दिया। मोहल्ले वाले जब बच्ची को तलाशते हुए खंडहर पहुंचे तो मासूम के सिसकने की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद बच्ची को निकाला गया।
तीसरा मामला सीकर जिले का है। यहां के कांवट में 21 साल के युवक ने 14 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार किया और गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया। फिलहाल, बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है।
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लिया संज्ञान
प्रदेश में इस तरह के मामले सामने आने के बाद राज्य बाल अधिकारी संरक्षण आयोग ने संज्ञान लिया है। राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने पीड़ित के परिजनों से मुलाकात की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।