VIDEO: अनजाने खौफ का पर्दाफाश, क्या है महिलाओं की 'चोटी काटने' का सच?
राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली तक खौफ की एक कहानी लोगों का डरा भी रही है और कई सवाल भी उठा रही है। सवाल ये है कि आखिर कोई बंद कमरे के भीतर, परिवार के लोगों की मौजूदगी के बीच किसी की चोटी कैसे काट सकता है।
नई दिल्ली: राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली तक खौफ की एक कहानी लोगों का डरा भी रही है और कई सवाल भी उठा रही है। सवाल ये है कि आखिर कोई बंद कमरे के भीतर, परिवार के लोगों की मौजूदगी के बीच किसी की चोटी कैसे काट सकता है। पिछले कई दिनों से ये खबर अखबारों की सुर्खियां हैं और तीनों राज्यों की पुलिस को ऐसी कई शिकायतें भी मिली हैं। दिल्ली से लेकर हरियाणा और राजस्थान तक की पुलिस ने इस मामले में तफ्तीश की और कई दावे भी किए। लेकिन चोटी कटने के मामले रुक नहीं सके।
पुलिस की जांच में चौंकानेवाले खुलासे
दिल्ली से लेकर राजस्थान तक की पुलिस ने इस मामले में तफ्तीश की और कई मामलों में खुलासा भी किया। दहशत की एक कहानी जिसमें कोई अदृश्य साया महिलाओं की चोटी काट लेता है। अंधविश्वास की जिस कहानी की शुरूआत एक छोटे से कस्बे से हुई उसका एक एक सच अब सामने आने लगा है और ये साबित हो रहा है कि ये कहानी न तो किसी जादू टोने की है और न ही भूत प्रेत की। मनोवैज्ञानिकों की राय में ये कुछ लोगों का दिमागी फितूर है जो खुद पर ध्यान दिलवाने के लिए किया जा रहा है।
अंधेरी रात, अदृश्य साया और चोटी कटने के राज को सुलझाने में जुटी पुलिस ने फॉरेंसिक जांच, मनोवैज्ञानिक, काउंसलर्स की मदद ली है। पुलिस की शुरूआती जांच में ये बात सामने आई है कि कई महिलाओं ने खुद अपनी चोटी काटी और फिर खौफ की एक कहानी बनाकर सामने आ गई। चोटी काटने की इस कहानी की जांच तीन राज्यों की पुलिस कर रही है।
3 राज्य...एक कहानी और बड़ी पड़ताल
दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान पुलिस तीन राज्यों के कई गांवों में खौफ की इस कहानी की पड़ताल कर रही पुलिस के सामने कई चौंकानेवाले राज सामने आए हैं।
- जिन महिलाओं की चोटी कटी उनके घर से कैंची मिली
- कुछ महिलाओं ने घटना वाले दिन पड़ोस से कैंची मांगी
- काउंसलर्स से बातचीत के दौरान महिलाएं ने कबूल किया
- महिलाओं ने मान लिया कि उन्होंने अपनी चोटी खुद काटी
चोटी काटने की अफवाह की कहानी सबसे पहले राजस्थान के जोधपुर से शुरू हुई थी और फिर ये पूरे राजस्थान में फैल गई। राजस्थान पुलिस की जांच में अब तक इस मामले में किसी जादुई शक्ति या भूत प्रेत की कहानी सामने नहीं आई है। पुलिस ने इसे अंधविश्वास माना था और लोगों को समझाने की कोशिश की थी। पड़ताल के दौरान इंडिया टीवी की टीम के हाथ भी ऐसा वीडियो लगा है जिससे जाहिर हो जाता है कि हरियाणा पुलिस और राजस्थान पुलिस के दावे बिल्कुल सच हैं। इस सीसीटीवी फुटेज में एक महिला डरी हुई भागी जा रही है। एक महिला बदहवास सी दौड़ी जा रही है, एक शख्स से टकराती है और फिर आगे भाग जाती है। इस भागदौड़ के बाद इस महिला ने आरोप लगाया था कि किसी ने इसकी चोटी काट ली।
'चोटी कटने' का राज़ क्या है ?
दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच मॉडर्न तरीके से कर रही है यही वजह है कि पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए कई डॉक्टर्स की मदद ले रही है। पूछताछ के दौरान भी पुलिसवाले मनोचिकित्सकों को बुला रहे हैं। एक्सपर्ट से राय ले रहे हैं। चूंकी ये वारदात बंद कमरे में घरों के भीतर हो रही है इसीलिए पुलिस की जांच का दायरा भी परिवार और पीड़ित फर ज्यादा फोकस है।
तीन राज्यों में खौफ की कहानी की जांच में जुटी तीनों राज्य की पुलिस के नतीजे यही हैं कि ये मामला अंधविश्वास का है और महिलाओं की चोटी काटने की घटना के पीछे न तो कोई शरारती गैंग है और न ही किसी अदृश्य शक्ती का सच।
देखिए वीडियो-