नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर ने उनके ऊपर यौन दुराचार के आरोप लगाने वाली पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ सोमवार को दिल्ली की एक अदालत में आपराधिक मानहानि की निजी शिकायत दायर की। विदेश राज्य मंत्री ने रमानी पर ‘‘जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से’’ उनकी मानहानि करने का आरोप लगाया और इसके लिए पत्रकार के खिलाफ मानहानि से जुड़ी आईपीसी की धारा के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
बता दें कि इससे पहले एम जे अकबर ने कई महिलाओं द्वारा उनके खिलाफ लगाये गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को रविवार को खारिज कर दिया था और साथ ही इस तरह के आरोप लगाने वाली महिलाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। उन्होंने साथ ही कहा था कि यह एक ‘‘एजेंडे’’ का हिस्सा है क्योंकि ये आरोप आम चुनाव से कुछ महीने पहले लगाए गए हैं।
अफ्रीका की यात्रा से लौटने के कुछ ही घंटों बाद विदेश राज्य मंत्री ने अपने इस्तीफे की मांग को एक तरह से खारिज करते हुए बयान जारी किया था और इन आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि बिना किसी सबूत के लगाए गए ये आरोप कुछ वर्गों के बीच एक ‘‘वायरल फीवर’’ बन गया है। आरोपों के समय पर सवाल उठाते हुए अकबर ने कहा कि 2019 में होने वाले आम चुनावों से कुछ महीने पहले ‘मी टू’ तूफान क्यों उठा है? उन्होंने कहा,‘‘आम चुनाव से पहले यह तूफान क्यों उठा है? क्या कोई एजेंडा है? आप ही फैसला करें।’’ उन्होंने कहा,‘‘ मेरे खिलाफ लगाए गये दुर्व्यवहार के आरोप झूठे और मनगढंत हैं। इन झूठे और बेबुनियाद आरोपों से मेरी छवि को अपूर्णीय क्षति पहुंची है। मैं इन आरोपों पर जल्द जवाब नहीं दे सका क्योंकि मैं विदेश की आधिकारिक यात्रा पर था।’’
गौरतलब है कि दुनिया भर में यौन शोषण के खिलाफ शुरू हुए ‘‘मी टू’’ अभियान ने हाल में भारत में जोर पकड़ा और एक के बाद एक कई क्षेत्रों से जुड़े लोगों के खिलाफ कथित यौन शोषण के मामले सामने आए हैं।
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