नई दिल्ली: डोमिनिका की अदालत में आज भगोड़े करोबारी मेहुल चोकसी को भारत को सौंपने के मामले पर आज फिर सुनवाई होगी। उम्मीद की जा रही है कि इस सुनवाई में य फैसला हो जाएगा कि मेहुल चोकसी को भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा या नहीं। चोकसी को डोमिनिका से वापस भारत लाने के लिए भारतीय एजेंसियां पूरी तरह से सक्रिय हैं।
डोमिनिका की अदालत में आज भारतीय जांच एजेंसियां एक एप्लिकेशन दाखिल करेंगी जो मेहुल चोकसी केस की जांच में लगी हैं। सीबीआई और साथ ही दूसरी जांच एजेंसियां डोमिनिका कि कोर्ट में चोकसी द्वारा किए गए धोखाधड़ी का पूरा ब्योरा रखेंगी और वो ग्राउंड रखेंगी जिससे चोकसी को भारत डिपोर्ट किया जा सके।
इंडियन सिटिजनशिप रूल 23 के तहत बताया जाएगा कि मेहुल चोकसी की भारतीय नागरिकता ( एमएचए द्वारा) रद्द नही की गई है। चोकसी ने अपना भारतीय पासपोर्ट भी सरेंडर नही किया है, लिहाजा डोमिनिका से उसे भारत डिपोर्ट कर दिया जाए। ये सारी कोशिशें भारतीय जांच एजेंसियां करेंगी।
भारतीय ऑफिसर्स और डोमिनिकन अफसरों की कई मीटिंग इस केस को लेकर हो चुकी है। भारतीय जांच एजेंसियां भारत सरकार की मदद से चाहती हैं कि कोर्ट में ये मामला ज्यादा कानूनी दांवपेंच में न फंसे बल्कि मेहुल चोकसी को जल्द से जल्द भारत डिपोर्ट किया जाए। दिसंबर 2018 में मेहुल चौकसी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी था। मेहुल के खिलाफ चार्जशीट के अलावा सप्लीमेंट्री चार्जशीट और गैर जमानती वारंट भी मुंबई की अदालत ने जारी कर रखा है।
ये सभी दस्तावेज डॉमिनिका कोर्ट और डॉमिनिकन अधिकारियों के पास सबमिट किये जाएंगे ताकि मेहुल चौकसी को भारत डिपोर्ट करने की दलील मजबूत हो सके। चोकसी हाल ही में एंटीगुआ और बारबूडा से फरार हो गया था और उसके खिलाफ इंटरपोल के ‘‘येलो नोटिस’’ के मद्देनजर पड़ोसी डोमिनिका में गिरफ्तार किया गया था ।
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