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Hindi News भारत राष्ट्रीय फारुक के बयान पर महबूबा का पलटवार, 'कश्मीर पर मध्यस्थता की जरूरत नहीं'

फारुक के बयान पर महबूबा का पलटवार, 'कश्मीर पर मध्यस्थता की जरूरत नहीं'

जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने फारुक अब्दुल्ला के बयान पर पलटवार किया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर किसे के मध्यस्थता की ज़रूरत नहीं है।

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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने फारुक अब्दुल्ला के बयान पर पलटवार किया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर किसे के मध्यस्थता की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने जहां कदम रखा वहां बर्बादी हुई है। फारुख अब्‍दुल्‍ला को उनके बयान पर आड़े हाथ लिया है। आपको बता दें कि फारुख अब्‍दुल्‍ला ने कश्‍मीर पर मध्‍यस्‍थता के लिए अमेरिका और चीन से बात करने की वकालत की थी।महबूबा मुफ्ती ने पाकिस्‍तान को भी समझौतों की कद्र करने की हिदायत दी है।

तीसरे पक्ष की मदद ले भारत: फारुक अब्दुल्ला

कश्मीर मामले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और पूर्व मुख्‍यमंत्री फारूक अब्‍दुल्‍ला ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि कश्मीर मसले के समाधान के लिए तीसरे पक्ष की मदद लें। अब्‍दुल्‍ला ने शुक्रवार को कहा, दोनों देशों के बीच जारी विवाद को सुलझाने के लिए युद्ध नहीं बल्‍कि बातचीत का जरिया अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत को अमेरिका और चीन की मदद स्वीकार कर लेनी चाहिए। 

हम युद्ध नहीं कर सकते: फारुक अब्दुल्ला

उन्‍होंने कहा, ‘आपको साहस के साथ मुसीबत का सामना करना होगा। युद्ध नहीं कर सकते, उनके पास भी एटम बम है और आपके पास भी है। यह रास्‍ता नहीं है, रास्‍ता बातचीत का है। दोस्‍तों को इस्‍तेमाल कीजिए बातचीत करने के लिए, हल करने के लिए।‘

अमेरिका और चीन पेशकश कर चुके हैं: अब्दुल्ला

अब्‍दुल्‍ला ने आगे कहा ट्रंप ने खुद कहा है कि मैं कश्‍मीर समस्‍या का समाधान चाहता हूं, हमने उनसे चर्चा नहीं की। चीन ने भी कहा कि वह कश्‍मीर में मध्‍यस्‍थता करना चाहता है। लेकिन भारत सरकार का इस मामले में रुख बिलकुल स्पष्ट रहा है। भारत कश्मीर मामले में भी किसी भी तीसरे पक्षकार की भागीदारी नहीं चाहता है।

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