मेघालय की जयंतिया पहाड़ी पर फिर धंसी अवैध कोयला खदान, 2 मजदूरों की मौत
मेघालय की जयंतिया पहाड़ी पर एक और अवैध खदान धसक गई। रविवार को हुए इस हादसे में 2 मजदूरों की मौत हो गई है।
मेघालय की जयंतिया पहाड़ी पर एक और अवैध खदान धसक गई। रविवार को हुए इस हादसे में 2 मजदूरों की मौत हो गई है। हादसे के वक्त खदान में 15 मजदूर मौजूद थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार बोल्डर टकराने से यह हादसा हुआ। इसके बाद तत्परता दिखाते हुए शेष मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। वहीं जयंतिया पहाड़ी पर मौजूद दूसरी खदान में पिछले महीने की 13 तारीख से 15 मजदूर फंसे हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट भी चिंता जता चुका है, लेकिन राज्य प्रशासन को इन्हें बाहर निकालने में अभी तक सफलता नहीं मिली है।
पुलिस के मुताबिक, पूर्वी जयंतिया पहाड़ी में जिला मुख्यालय से लगभग 5 किलोमीटर दूर मूकनोर के जलियाह गांव में बोल्डर आपस में टकरा गए। जिसकी वजह से खदान धंसनी शुरू हो गई। इसकी चपेट में कई मजदूर आ गए। हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार हादसे के बाद जब बचाव कार्य चल रहा था, तभी खदान में से पानी निकलने लगा। पंप से पानी को बाहर निकाला गया। इसके बाद बाकी मजदूरों को निकाल लिया गया।
जिला पुलिस प्रमुख सिलवेस्टर नोंगटनर ने बताया इस हादसे का खुलासा, उस वक्त हुआ जह एक फिलिप बरेह ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका भतीजा एलाद बरह (26) शुक्रवार से अपने घर से गायब है। इस शिकायत के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। हमें एलाद का शव कोयला खदान के रेट होल के सामने मिला। जब हमने खदान के अंदर सर्च ऑपरेशन चलाया तो एक और शव मिला। उसकी पहचान मोनोज बसुमतरी के रूप में हुई।
पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक सिलवेस्टर नोंगतिनगर ने समाचार एजेंसी ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘फिलिप बारेह ने एक व्यक्ति के लापता होने की शिकायत शुक्रवार को दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने गांव में तलाश शुरू की और एलाद बारेह का शव बरामद किया।’’ उन्होंने बताया कि और अधिक खोजने पर एक अन्य शव मिला। मृतक की पहचान एम बसुमातारे के रूप में की गई है। ये शव ऐसे समय में मिले हैं जब करीब एक महीना पहले ही मेघालय में एक अवैध खदान में 15 खनिक फंसे होने की खबर मिली थी।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने असुरक्षित खनन पर 2014 से प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बावजूद अवैध खनन जारी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार खनिकों की मौत कोयला निकालते समय बड़ा पत्थर लगने से हुई। पुलिस खदान के मालिक का पता लगाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने बताया कि खनन के संबंध में एनजीटी के प्रतिबंध का उल्लंघन करने के आरोप में विभिन्न स्थानों से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।