नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अपनी प्रचंड रफ्तार में लोगों को संक्रमित कर रही है। आज भी देशभर में कोरोना संक्रमण के 4 लाख से ज्यादा नए मरीज सामने आए हैं। कोरोना से बचाव में सभी कारागर हथियार फेस मास्क को ही बताया जा रहा है। देश में दूसरी लहर की शुरुआत से ही तमाम एक्सपर्ट्स और सरकारें लोगों से ये निवेदन कर रही हैं कि वो डबल मास्क लगाकर ही घर से निकलें और अगर घर में भी परिजनों से साथ नजदीक बैठे हैं तो डबल मास्क का प्रयोग करें।
विषम हालातों में जब एक्सपर्ट्स डबल मास्क लगाने की सलाह दे रहे हैं तो सोशल मीडिया पर एक ऐसा मैसज जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि लंबे समय तक मास्क लगाने पर शरीर में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ सकती है और ऑक्सीजन लेवल कम हो सकता है। जिसके बाद व्यक्ति के शरीर में गंभीर समस्या पैदा हो सकती है।
हालांकि सरकार की तरफ से इस मैसेज को फर्जी करार दिया गया है।
फर्जी खबरों का फैक्ट चेक करने वाले सरकार के ट्विटर हैंडल PIBFactCheck ने ट्वीट कर कहा कि यह दावा फार्जी है।
PIB Fact Check ने कहा, "दावा: एक मैसेज में दावा किया जा रहा है कि लंबे समय तक मास्क के उपयोग से शरीर में कार्बन डाइऑक्साइड की अधिकता और ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
#PIBFactCheck: यह दावा #फ़र्ज़ी है।
#कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सही तरीके से मास्क जरूर लगाएं।"
पान का पत्ता-गर्म पानी कितना फायदेमंद, जानिए वायरल मैसेज सच
पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने ट्वीट कर कहा कि 'एक फर्जी खबर में दावा किया जा रहा है कि पान के पत्ते का सेवन करने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है व संक्रमित व्यक्ति को भी ठीक किया जा सकता है। पीआईबी फैक्ट चेक ने बताया कि COVID19 से बचाव के लिए बार-बार हाथ धोना, मास्क लगाना व शारीरिक दूरी का पालन करना ज़रूरी है। पान के पत्ते के सेवन से कोरोना से बचाव व स्वस्थ होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
गुनगुना पानी पीने से कोरोना से बचाव हो सकता है?
एक मिथ ये भी है कि 'गर्म पानी से नहाने और गुनगुना पानी पीने से कोरोना से बचाव हो सकता है?' इसका फैक्ट ये है कि- नहीं, गर्म पानी पीने से कोरोना वायरस खत्म नहीं होता है और ना ही ये संक्रमण का इलाज है। इसे खत्म करने के लिए लैब में 60 से 75 डिग्री टेम्प्रेचर की जरूरत होती है।
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